नमस्कार साथियों!
Important Gyan के इस सीरीज में आप सभी का स्वागत है । आज हम आप लोगों के लिए कुछ विशेष दिलचस्प और रोचक जानकारियाँ जिससे न आपका ज्ञान बढ़ेगा बल्कि आने वाले विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में लाभ भी मिलेगा। इसका नियमित अभ्यास करें और याद करें । हड़प्पा सभ्यता से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियाँ भी हम आप लोगों के लिए लाएं हैं जिनका लिंक नीचे दिया गया है ।
एक विद्यार्थी के लिए जरूरी है की वो जब भी अपनी तैयारी करे फालतू का ज्यादा किताबों में न उलझे । अपनी तैयारी के लिए कुछ ठोस किताबों को खरीदे, साथ ही उसका बराबर अध्ययन करे और एक शॉर्ट नोट्स बनाए । बड़ी बड़ी किताबें खरीदने से पहले कुछ बेसिक किताबें पढे ।
Harappan Seals किस आकार में सबसे अधिक पाई गई हैं?
तक्षण कला अथवा उकेरी गई कला का रूप मुहरों मे दिखाई देता है । आयताकार(चौकोर) आकृति की मुहरें सबसे अधिक पाई गई हैं । इनका आकार एक cm से लेकर पाँच cm तक होता था । Pashupati seal
Harappan Seals सबसे अधिक किस पत्थर की बनी हैं?
सिलखड़ी की बनी मुहर सबसे अधिक पाई गई हैं । इसके अलावा ये मुहरें चर्ट,गोमेद,मिट्टी,शंख,शीप और तांबे आदि से बनी हुई हैं । लेकिन मजूमदार महोदय का मानना है की ये मुहरें हाथी दांत की बनी होती थीं । Pashupati seal
Harappan Seals पर किस पशु का अंकन सबसे ज्यादा हुआ है?
सबसे अधिक संख्या एक शृंगी पशुओ का है ।इसके अलावा भैंस,बाघ,हाथी और बकरी का उकेरा गया है ।
Harappan Seals सबसे अधिक कहाँ से मिली हैं
2000 मुहरें हड़प्पा से मिली हैं जिसमें से केवल 1200 मुहरें मोहन जोदड़ों से मिली है ।
तांबे की दो Harappan Seals कहाँ से प्राप्त हुई हैं?
हड़प्पा सभ्यता से तांबे की केवल दो मुहरें प्रकाश में आई हैं । ये दोनों मुहरें केवल लोथल और देसलपुर(गुजरात)से प्राप्त हुई हैं । और डिलदार पशु के आगे मुहरों पर नाँद नहीं बना है ।
मोहन जोदड़ों के पशुपति शिव की मुहर की खोज किसने की?
मोहन जोदड़ों से प्राप्त पशुपति शिव की मुहर की खोज मैके ने की थी इसको शिव का प्राक या आदि रूप मार्शल महोदय ने माना है । त्रिमूख योगी पद्मासन मुद्रा में बैठा है । दायें तरफ हाथी और बाघ है । बाएं तरफ भैंसा और गैंडा है । चौकी के नीचे दो हिरण का साक्ष्य मिला है। मोहन जोदड़ों के एक प्रसिद्ध संयुक्त पशु मूर्ति मिली है जिसमें मुख्य शरीर एक शृंगी पशु का और एक सर हिरण व दूसरा मेंढ़ा का है ।Pashupati seal
मोहन जोदड़ों के एक मोहर पर सात नारियां पीपल का वृक्ष धारण किए हुए मिलता है ।
- मोहन जोदड़ों के एक मोहर पर बाघ को मनुष्य से लड़ता हुआ अंकित किया गया है ।
- बाघ से लड़ता हुआ पशु मानव।
- एक मुहर पर वृक्ष एक टहनी से एक शृंगी दो पशुओं को निकलते हुए दिखाया गया है ।
मोहन जोदड़ों और लोथल से नाव की आकृति वाली मुहर मिलती है ।
- सुमेरियन ढंग की नाव और नाव की मृडमूर्ति (मिट्टी की नाव) लोथल से मिली है ।
- दीवार पर सर मारता हुआ सांड(वृषभ) मोहन जोदड़ों से मिला है।
- Lothal Kahan Sthit hai
- Surkotada ki khoj kisne ki thi
- Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai
- Mohenjo daro ki khoj kisne ki
- Kali banga kahan sthit hai
पंचतंत्र की चालाक लोमड़ी वाली Harappan Seals कहाँ से मिली है?
- पंचतंत्र की चालाक लोमड़ी वाली मोहर लोथल से मिली है ।
- इसके अलावा हड़प्पा और मोहन जोदड़ों से ताम्रपट्टिकाएं मिली हैं।
वासुदेवशरण अग्रवाल-
“ये सिक्कों के रूप में या मुद्रा के रूप में ताम्रपट्टिकाओं का प्रयोग करते थे ।”
मार्शलने इसको ताबीज बताया है।
सैन्धव लिपि को कंप्युटर से पढ़ने का दावा किसने किया है?
वैनकटेश ने कंप्युटर से सैन्धव लिपि को पढ़ने का दावा किया है ।
Harappan Seals किस आकार में थे?
सभी मुहरों का आकार-बेलनाकार,वर्गाकार,आयताकार और वृत्ताकार है । Pashupati seal
आपको बता दें की harappan seal के आयताकार आकार वाले मुहर पर केवल लिपि अंकित है जबकि वर्गाकार मुहर पर पशु के चित्र के साथ लिपि भी है । Pashupati seal
Harappan Seals की कुछ अन्य विशेषता: –
दिखाया गया पशु आकृतियों में हाथी,गैंडा,सांड और बाघ प्रमुख रूप से हैं । सिंध प्रदेश के स्थलों में व्याघ्र का चित्रण है और चनहुदड़ों के मुहर पर जो मिट्टी की है तीन घड़ियाल और मछली का चित्रण है । इसके अलावा कालिबनगा के मुहर पर बाघ का चित्र है । सिंह का चित्र हड़प्पा सभ्यता के मुहर पर नहीं हुआ है ।
Pashupati seal बीज बोने के यंत्र का चित्रण लोथल के एक मुहर पर हुआ है । आलंगरिपुर से कोइ मुद्रा नहीं मिली है । भारी संख्या में मुद्राएं हड़प्पा,मोहनजोदड़ों और लोथल से प्राप्त हुई हैं । कुछ मुद्राओं पर वृक्षों के चिन्ह हैं जिनमें मैके महोदय ने पीपल और बाबुल की संख्या ज्यादा बताए हैं ।
Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि कुछ बातों ध्यान रखते हुए आप अपने जीवन में कैसे सफल हो सकते हैं। मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये।अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Pashupati seal
आप लोगों को और अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए, अगर आप लोगों को लगता है की हमें और क्या पढ़ना चाहिए तो आप www.importantgyan.com के वेबसाईट पर नियमित विज़िट करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं । हमारे कुछ मीनू आप लोगों का राह देखते रहते हैं जैसे-Motivation, Health, sarkari Yojna आदि । आप इनका लाभ जरूर उठायें । आपका दिन शुभ हो!Pashupati seal
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