विस्तार से जानें Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai

विस्तार से जानें Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai

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important gyan के इस सीरीज में आप सभी को हड़प्पा किस नदी के किनारे स्थित है और इसकी क्या विशेषताएं हैं इसके बारे में बताने का प्रयास करेंगे । चूंकि इससे पहले के लेख में हमने लोथल,सुरकोटदा जैसे महत्वपूर्ण स्थलों के बारे में विस्तार से समझाने का प्रयास किया है अगर आपने उसको नहीं पढ़ा है तो जरूर पढ़ें ।Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai

आपको बता दें सैन्धव सभ्यता के मुख्य नगरों में मोहनजदड़ों  और हड़प्पा दो बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल है जिसकी अपनी कुछ विशेषताएं हैं। इन दोनों स्थलों में उच्च कोटी के नगर निवेश का विधान था।  इनका यह विधान दुर्ग रूप में हुआ है ।

दुर्ग विधान की क्या विशेषता है?

दुर्ग विधान की मुख्य विशेषता होती है जिसमें पारिखा,प्राकार, द्वार,अत्तालक,प्रसाद,राजमार्ग,सभा,कोष्ठगार,जलाशय आदि प्रकार की वस्तुएं विद्यमान होती हैं । 

हड़प्पा के अवशेषों में मुख्य रूप से दुर्ग,निवास गृह,रक्षा प्राचीर,चबूतरे और अन्नागार । 

हड़प्पा किस नदी के किनारे स्थित है?

हड़प्पा पश्चिमी पंजाब प्रांत के रावी नदी के बाएं तट स्थित है । 

हड़प्पा किस राज्य में स्थित है?

हड़प्पा पश्चिमी पंजाब प्रांत के माँटगोमरी जिले में जिसे आज शाहीवाल बोला जाता है । 

पश्चिमी पंजाब में हड़प्पा:-

हड़प्पा टीले का सबसे पहले 1826 में चार्ल्स मेसन ने किया था ।1853 से 1873 में इसका सर्वेक्षण जनरल कनिंघम ने किया था । यह मोहन जोदड़ों से बड़ा नगर था जो 5 किलोमीटर की परिधि में फैला हुआ था। Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai

हड़प्पा में टीले की लंबाई-चौड़ाई क्या था?

हड़प्पा में दो टीले थे एक पूर्वी टीला और दूसरा पश्चिमी टीला। पूर्वी टीला में नगर था और पश्चिमी टीला में दुर्ग का विधान था। यह दुर्ग उत्तर से दक्षिण की तरफ  415 मी. लंबा और पूर्व से पश्चिम की तरफ  चौड़ाई 195 मी. था। दुर्ग टीला चारों तरफ से रक्षा प्राचीर से घिरा हुआ था । जो 13.5 मीटर चौड़ा था । दुर्ग का मुख्य दरवाजा उत्तर दिशा की तरफ था । 

दुर्ग टीला 
नगर टीला 

हड़प्पा में Mound A-B टीला किसे कहा गया है?

हड़प्पा में दुर्ग का विधान था जो एक टीले पर बना हुआ और जिस टीले पर यह दुर्ग बना था उसको व्हीलर महोदय ने Mound A-B की संज्ञा दी  है । 

आपको बता दें की हड़प्पा में मोहन जोदड़ों के समान विशाल भवनों के अवशेष नहीं मिले हैं। 

हड़प्पा में Mound F टीला किसे कहा गया है?

Mound A-B टीले के उत्तर दिशा में ही Mound F टीला था। इस टीले में श्रमिक आवास, वृत्ताकार चबूतरे और अन्नागार मिल हुआ है । इस टीले की ऊंचाई मुख्य रूप से 6.1 मी. है । 

हड़प्पा में श्रमिक आवास कहाँ से मिला है?

Mound F टीला से ही श्रमिक आवास मिला हुआ है । यहाँ से जो श्रमिक आवास मिला है वो दो विभिन्न पंक्तियों में है। इसके उत्तरी पंक्ति में सात और दक्षिणी पंक्ति में आठ गृह हैं । इसमें से प्रत्येक का आकार 17*7.5 मी. इसमें से सभी घरों में कमरे और आँगन होते थे ।

इन्ही कमरों के बीच में मिट्टी के बर्तन पकाने की 16 भट्ठियाँ और धातु गलाने की एक भट्ठी मिली है। 

हड़प्पा में 18 गोल चबूतरे क्या थे?

हड़प्पा में श्रमिक आवास के उत्तर में ही 18 गोल चबूतरे मिले हुए हैं । इनके बीच में एक बड़ा छेद है। इसमें लकड़ी की ओखली लगी हुई थी जिससे लोग मूसलों से अनाज कूटते थे । देखा जाए तो यहाँ से जौ के दाने, जले हुए गेहूं और भूसी पाई गई है। 

हड़प्पा में अन्नागार कहाँ से मिला है?

हड़प्पा में गोल चबूतरों के उत्तर में ही अन्नागार की दो पंक्तियाँ मिली है। इसमें से प्रत्येक में छः छः अन्नागार हैं जिनका आकार 15.24*6.10 मीटर है । इन सभी के दरवाजे उत्तर दिशा में नदी की ओर खुलते थे । इसका प्रमुख कारण था की रावी नदी उत्तर दिशा में ही पड़ती थी, ये जलमार्ग द्वारा विभिन्न स्थानों में अनाज आसानी से भेज सकते थे । 

हड़प्पा में कब्रिस्तान R-37 कहाँ से मिला है?

हड़प्पा नगर टीले के दक्षिणी भाग में कब्रिस्तान का साक्ष्य मिला है । सबसे पहले कब्रिस्तान यानि की समाधि क्षेत्र की खुदाई माधोस्वरूप वत्स द्वारा की गई थी फिर इसके पश्चात 1946 में मार्टीमर व्हीलर द्वारा की गई थी । Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai

कब्रिस्तान R-37 किसने नाम दिया

चूंकि हड़प्पा में व्हीलर ने 1946 ईस्वी में समाधि की खुदाई की गई, इन्होंने ही कब्रिस्तान् को R-37 नाम दिया था । यह तीन कक्षों वाला होता था और मृतकों पूर्ण रूप से जलाया जाता था । 

कब्रिस्तान R-37 में दिकस्थापन किस दिशा में होता था?

हड़प्पा में में कब्रिस्तान R-37 में दिकस्थापन उत्तर में सिर और दक्षिण में पैर होता था । 

हड़प्पा में में विदेशी की कब्र कहाँ से मिल है?

हड़प्पा में कब्रिस्तान R-37 से ही लकड़ी के ताबूत में रखकर दफन किया गया एक कब्र मिला है जिसको विदेशी कब्र कहा गया है । 

हड़प्पा में मिली समाधि-H क्या है?

समाधि R-37 के बगल में ही माधव स्वरूप वत्स ने एक और समाधि की खोज कर दी और उसका नाम दिया समाधि-H, यह समाधि विजातिय संस्कृति के लोगों की समाधि थी । इसका संबंध हड़प्पा संस्कृति के लोगों से नहीं था।Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai

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Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि हड़प्पा सभ्यता किस नदी के किनारे स्थित है और इसकी क्या अन्य विशेषताएं हैं। मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये।अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ  क्षमा  कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो  जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Harappa kis nadi ke kinare Sthit hai

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