नव पाषाण काल पालिशदार पत्थर के औजारों के लिए प्रसिद्ध Neolithic age in Hindi-प्रतियोगी परीक्षा से संबंधित विशेष जानकारियाँ!

नव पाषाण काल पालिशदार पत्थर के औजारों के लिए प्रसिद्ध Neolithic age in Hindi-प्रतियोगी परीक्षा से संबंधित विशेष जानकारियाँ!

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समस्त मानव इतिहास एक प्रकार से दो क्रांतियों पर आधारित है -नवपाषाणकालीन आखेट से कृषि में संचरण तथा आधुनिक कृषि से उद्योग में संचरण-बिल डूरेन्ट

नमस्कार साथियों!

Important Gyan के इस सीरीज में आप सभी का स्वागत है । आज हम आप लोगों के लिए पाषाण काल का एक महत्वपूर्ण विषय ‘नव पाषाण काल’ के बारे में परीक्षा उपयोगी जानकारियाँ लेकर आए हैं । Neolithic age in hindi

आज हम जानेंगे की नवपाषाण शब्द का क्या अर्थ है । नवपाषाण काल किसे कहते हैं । नवपाषाण संस्कृति क्या है । नवपाषाण कालीन संस्कृति की प्रमुख विशेषताएं बातइए । नवपाषाण काल में पाला गया पहला पशु । नवपाषाण क्रांति क्या है । नवपाषाण संस्कृति पर टिप्पणी । नवपाषाण युग के उपकरण के चित्र । नवपाषाण काल का भारत में इसका विस्तार कहाँ तक था । नवपाषाण काल के प्रश्न । Neolithic age in hindi

लेख के नीचे हमने आप लोगों के लिए प्रश्न तैयार किया है आप उसको एक बार जरूर पढ़ें और लेख को पढ़कर उन प्रश्नों को करना न भूलें । यह आप लोगों के लिए काफी लाभकारी होने वाला है ।

इसके पहले के लेख में हमने आपको पुरा पाषाण काल,मध्य पाषाण काल और उसके कुछ विशेष स्थलों के बारे में बताया है । आप उन लेखों को जरूर पढ़ें । Neolithic age in hindi

नवपाषाण शब्द(युग) का क्या अर्थ है?

नवपाषाण युग अर्थात नियोलिथिक शब्द की उत्पत्ति यूनानी ‘नियोलिथिकोस’ से हुआ है। अर्थात “नियोस” जिसका अर्थ होता है ‘नया’ और “लिथोस” जिसका अर्थ होता है ‘पत्थर’ जब इन दोनों को मिलाकर देखें तो इसका अर्थ होगा “नवपाषाण युग” । Neolithic age in hindi

मध्य पाषाण काल के बाद इस युग की शुरुवात होती है और पाषाण काल का यह अंतिम युग माना जाता है । Neolithic age in hindi

नवपाषाण युग के जनक कौन थे?

नवपाषाण शब्द का सबसे पहले प्रयोग ‘सर जॉन लुबार्क’ ने अपनी एक मैगजीन में “प्री हिस्टोरीक टाइम” में इसका प्रयोग किया था । इसलिए नव पाषाण काल के जनक इन्हीं को माना जाता है । Neolithic age in hindi

उत्तर या नवपाषाण युग की खोज किसने किया था?

उत्तर या नवपाषाण युग की खोज दो विद्वानों ने किया था-इसमें उत्तरी भारत के प्रमुख थे लि. मेनसूईयर और दक्षिणी भारत के नेवेलीयन फ्रेजर थे । इन्होंने उपकरणों के आधार पर इसकी खोज की थी । Neolithic age in hindi

‘नवपाषाणिक क्रांति’(Neolithic Revolution)शब्द का प्रयोग किसने किया था?

नव पाषाण क्रांति क्या है?

आपके जानकारी के लिए बता दें की नवपाषाण काल में कृषि की शुरुवात हो चुकी थी । जब कृषि की शुरुवात हुई घुमंतू जीवन यापन करने वाले आदिमानव के अंदर उस कृषि की कटाई,बुआई मड़ाई आदि कृषि की रक्षा करने हेतु तो लोगों के अंदर एक स्थायी निवास की भावना का विकास हुआ ।

जब लोग स्थायी रहने लगे तो उनको अपने रहने हेतु घर बनाने की जरूरत महसूस हुआ अतः इस भावना से धीरे धीरे घर का विकास होने लगा। इन घरों से गाँव बनने लगे । ये घर इनके कच्ची ईंटों के आयताकार और गोलाकार बनते थे । Neolithic age in hindi

अब इन लोगों के पास एक समस्या यह आई की उत्पादन का यह अंश कैसे सुरक्षित रखा जाए।  इसके लिए उन्होंने मिट्टी के बर्तन बनाने शुरू कर दिए । इससे बड़े पैमाने पर मृदभांड कला का विकास हुआ। Neolithic age in hindi

ये वर्तन हाथ से और चाक दोनों ही तरीके से बनते थे । इस युग में कुंभकारी प्रथम सामने आई।  मृदभांड मुख्य रूप से पालिशदार काला, धूसर मृदभांड और चटाई के छाप वाले मृदभांड बनते थे ।

अब चूंकि नवपाषाण काल के लोग स्थायी रूप से रहना प्रारंभ कर दिए तो इनके अंदर पशुओं को पालने की संकल्पना विकसित हुई अतः पशुपालन का पूर्ण विकास इस काल में देखने को मिलता है ।

आपको बता दें की पशुपालन का प्रथम बार झलक मध्य पाषाण काल के अंत में देखने को मिलने लगता है । Neolithic age in hindi

साथियों इस काल में पालिशदार चकमक उद्योग और हड्डी के उपकरण मिलते हैं।

नवपाषाणिक क्रांति शब्द का प्रयोग किसने किया था?

इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले गार्डन चाइल्ड ने किया था ।

एक ही स्थान पर निवास करने का प्राचीनतम प्रमाण कहाँ से मिला है?

कर्नाटक प्रांत में ब्रह्मगिरी और संगनकल्लू(बेलारी) से नवपाषाण काल के अवशेष मिलते हैं जिससे कई वर्षों तक एक ही स्थान पर मनुष्य के निवास करने का प्रमाण मिलता है ।

प्राचीनतम झोपड़ियों के प्रमाण कहाँ से मिलता है?

प्राचीनतम झोपड़ियों के प्रमाण पैसरा नामक स्थान से मिलता है ।

नवपाषाण काल को कितने भागों में विभाजित किया गया है?

इस काल के जो अवशेष मिलते हैं उसके आधार पर इसको मुख्य रूप से छः भागों में बाँटा गया है ।

  1. उत्तरी भारत,
  2. विंध्य क्षेत्र,
  3. दक्षिणी भारत,
  4. मध्य गंगा घाटी,
  5. मध्य पूर्वी क्षेत्र,
  6. पूर्वोत्तर भारत ।

नवपाषाण काल के औजार कैसे थे(Neolithic tools)?

नवपाषाण काल में प्रमुख रूप से पालिशदार पत्थर के कुल्हाड़ियों का प्रयोग किया जाता था ।इस काल में हड्डी के उपकरण बड़े पैमाने पर मिले हैं ।   इसके अलावा बसुले, छेनी आदि औजारों का प्रयोग करते थे । Neolithic age in hindi

कुल्हाड़ियों के आधार पर ही इस काल के बस्तियों के तीन मुख्य क्षेत्र थे-

उत्तर पश्चिमी/उत्तर पूर्वी/दक्षिणी

1) उत्तर पूर्वी समूह की बात करें तो इस समय वक्रधार की पत्थर की पालिशदार आयताकार कुल्हाड़ी का प्रयोग करते थे ।

2)दक्षिणी समहू की कुल्हाड़ियाँ अंडाकार होती थीं और उनका हत्था नुकीला होता था ।

नव पाषाण काल के प्रमुख स्थल(Neolithic sites in India)

उत्तरी भारत में नव पाषाणिक स्थल

इस स्थल के बारे में विस्तार से पढ़ें । इस पर क्लिक करें

बुरजहोम

गुफकराल

विंध्यक्षेत्र के प्रमुख पाषाणिक स्थल

बेलन सरिता के इन सभी स्थलों के बारे में विस्तार से पढ़ें । इस पर क्लिक करें

कोलडीहवा

महागड़ा

मध्यगंगा घाटी के प्रमुख स्थल

यहाँ का प्रमुख स्थल था । इस स्थल के बारे में विस्तार से पढ़ें।

चिराँड

इसके अलावा असम घाटी में डोजलाफरात, बिहार में सिंहभूमि जिला स्थित बारूडीह और ओडिसा के मयूरभंज जिले में कुचाई ।

बंगाल में पांडुराजार धिबी, आंध्रप्रदेश में उतनूर,नागार्जुनीकोंड और कोनेकल आदि है । तमिलनाडु में पोचमपल्ली और कर्नाटक में मासकी,ब्रह्मगिरी,संगनकल्लु,हलूर,पिकलीहल और टेक्कलकोटा आदि स्थल ।

नवपाषाण युग की प्रमुख विशेषताएं बताइए

नवपाषाण काल के लोग पालिशदार उपकरण(औजार और हथियार) का प्रयोग करते थे। इस काल में कृषि की शुरुवात हुई साथ ही स्थायी जीवन जीने की संकल्पना का विकास हुआ ।

घर बने,गाँव बने, अधिशेष उत्पादन ने मृदभांड बनाने की कला को जन्म दिया जिससे कुंभकारी प्रथा प्रारंभ हुई । साथ ही पशुपालन भी होने लगा । पालिशदार चकमक उद्योग बढ़ा और हड्डी के भी उपकरण सामने आए जिसका चिराँड सबसे बढ़िया उदाहरण प्रस्तुत करता है ।

प्रस्तर युग के लोगों की एक सबसे बड़ी समस्या थी ये लोग सिर्फ पत्थर के ही औजारों का प्रयोग करते थे अतः ये लोग मैदानी इलाकों में जाकर बस्तियां नहीं बना सके और सिर्फ पहाड़ी इलाकों में ही सिमट कर रह गए।

ये लोग पहाड़ी ढलानों पर, गुफाओं और नदी घाटियों तक ही सीमित रह गए ।और ये इन्ही जगहों पर अपना निवास बना सके तथा कृषि कार्य करके अपना जीवन यापन किसी तरह से कर सके ।

विंध्य और गंगाघाटी की नवपाषाण के बस्ती में कुछ विषमताएं भी थीं जैसे विंध्यक्षेत्र में शैलाश्रय, पहाड़ थे जबकि मध्य गंगाघाटी में प्लैन मैदान था । गंगाघाटी में लघुकाय पालतूपशु थे जबकि विंध्यक्षेत्र में विशालकाय पशु थे । विंध्यक्षेत्र से गंगाघाटी में आवागमन सहसाराम की पहाड़ियों से होता था ।

नव पाषाण काल में पाला गया पहला पशु कौन था?

नवपाषाण काल में पाला गया पहला पशु भेंड था । इसको पालने का समय ईस्वी पूर्व 1000 से 9000 के बीच में है।

नवपाषाण का समय काल क्या है(Neolithic period)

वैश्विक संदर्भ में देखा जाए तो नवपाषाण काल ईस्वी पूर्व 9000 में प्रारंभ हुआ  लेकिन भारत में यह ईसा पूर्व चार हजार के लगभग प्रारंभ हुआ था ।

सबसे प्राचीनतम नवपाषाणिक बस्ती कौन सा है?

सबसे प्राचीनतम नवपाषाणिक बस्ती महरगढ़ है जिसका समय काल है ईसा पूर्व 7000 .

FAQs

प्रश्न:- नव पाषाण काल के जनक कौन थे?

उत्तर:- नव पाषाण काल के जनक सर जान लुबाक थे।  इन्होंने इस शब्द का जिक्र अपने प्रसिद्ध मैगजीन ‘Pre Historic Time’ में किया है ।

प्रश्न:- नव पाषाण काल क्रांति शब्द का प्रयोग किसने किया है?

उत्तर:- नव पाषाण काल क्रांति शब्द का प्रयोग कृषि की शुरुवात, स्थायी आवास, घर का विकास, गाँव का विकास, मृदभांड का विकास, पालिशदार पत्थरों का विकास, पशुपालन के साक्ष्य आदि के आधार पर इसको नव पाषाण काल क्रांति कह के संबोधित किया है।

प्रश्न:-देश का प्राचीनतम गाँव के साक्ष्य कहाँ से मिला है?

उत्तर:-महागड़ा और पंचोह को देश का प्राचीनतम गाँव कहा जाता है ।

प्रश्न:-प्राचीनतम झोपड़ियों के प्रमाण कहाँ से मिले हैं?

उत्तर:- प्राचीनतम झोपड़ियों के प्रमाण पैसरा नामक स्थल से मिले हैं ।

प्रश्न:-धान की खेती के साक्ष्य कहाँ से मिले हैं?

उत्तर:- धान की खेती के साक्ष्य कोलडीहवा से मिले हैं ।

प्रश्न:- नव पाषाण काल का आरंभ कब हुआ?

उत्तर:- नव पाषाण काल का आरंभ वैश्विक स्तर पर देखा जाए तो ईसापूर्व 9000 के बीच हुआ था लेकिन भारत में इसका समय चार हजार ईसा पूर्व में हुआ था ।

प्रश्न:-विंध्य क्षेत्र के प्रमुख स्थल कौन से है?

उत्तर:-विंध्य क्षेत्र के प्रमुख स्थल इलाहाबाद जिले में बेलन सरिता के तट पर स्थित कॉलडीहवा, महागड़ा और पंचोह है । यहाँ पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग द्वारा खुदाई करवाई गई है ।

प्रश्न:-लहूरादेवा  का समकालीन स्थल कौन सा है।

उत्तर:-लहूरादेवा  का समकालीन स्थल हरियाणा स्थित वीरन है।

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