Wahabi Andolan क्या एक पुनर्जगरणवादी आंदोलन था?

Wahabi Andolan पर कितना राजनीतिक रंग चढ़ा?

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11 वहाबी आंदोलन का प्रभाव:-

Wahabi Movement in India

वहाबी का मतलब क्या है?

वहाबी एक अरबी भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है मुसलमानों का एक संप्रदाय जो अब्दुल बहाव नजदी द्वारा चलाया हुआ है । Wahabi Andolan

वहाबी का स्वरूप क्या था?

आपको बता दें की बहावी आंदोलन को वलिउल्लाह आंदोलन और तरीका-ए-मुहम्मदी के नाम से भी जाना जाता है । यह आंदोलन मुसलमानों की पाश्चात्य प्रभावों के विरुद्ध प्रथम प्रतिक्रिया के रूप में था । यह इस्लाम की अत्यंत कट्टर शाखा मानी जाती है । वहाबी आंदोलन एक धार्मिक आंदोलन था जो कालांतर में अंग्रेजों के समूल नाश करने पर उतर आया । Wahabi Andolan

वहाबी आंदोलन का मुख्य उदेश्य क्या था?

बहावी आंदोलन के लोग पुराने इस्लाम धर्म में विश्वास करते थे । ये लोग परिवर्तन और सुधारों के पक्ष में नहीं थे बल्कि इसका विरोध करते थे । बहावी आंदोलन को शाहवलीउल्लाह ने शुरू किया था । इसलिए इस आंदोलन को वलिउल्लाह आंदोलन भी कहा जाता है । Wahabi Andolan

दूसरे रूप में देखा जाए तो यह आंदोलन पुनर्जागरणवादी आंदोलन था । इस आंदोलन के प्रथम नेता शाहवलीउल्लाह जिन्होंने पहली बार भारतीय मुसलमानों में हुई गिरावट पर चिंता जताया था । Wahabi Andolan

शाहवलीउल्लाह ने मुसलमानों के रीतिरिवाजों और मान्यताओं में आई विभिन्न प्रकार की बुराइयों और कुरुतियों की तरफ ध्यान दिलाया । इन्होंने कहा की इस्लाम धर्म के प्रमुख न्याय शास्त्रों में सामंजस्य स्थापित होना चाहिए।  इनका मानना था की इसमें मुसलमान आपस में बंटे हुए हैं ।

इसके अलावा शाहवलीउल्लाह जी का कहना था की धर्म के मामले में कुरान हदीस के शब्दों की यदि कभी कभी विरोधात्मक व्याख्या होती है तो उस समय व्यक्ति को अपने विवेक का प्रयोग करके ही निर्णय लेना चाहिए ।

शाहवलीउल्लाह के विचारों को आगे किसने बढ़ाया था?

शाहवलीउल्लाह के विचारों को आगे बढ़ाने में प्रमुख योगदान अब्दुल अजीज और सैयद अहमद बरेलवी ने मुख्य भूमिका अदा किया । इन्होंने इस आंदोलन को लोकप्रिय बनाया और इसको राजनीतिक रूप भी दिया । Wahabi Andolan

वहाबी आंदोलन को राजनीतिक रंग किसने दिया था?

राजनीतिक रूप ने तब जन्म लिया जब एक मौलवी अब्दुल अजीज ने यह फतवा जारी कर दिया की भारत एक दार-उल-हर्ब अर्थात काफिरों का देश है और इसको दार-उल-इस्लाम बनाने की जरूरत है। Wahabi Andolan

वहाबी आंदोलन का संस्थापक कौन था?

वहाबी आंदोलन का संस्थापक सैयद अहमद बरेलवी थे जो रायवरेली के रहने वाले थे । ये अब्दुल बहाव और शाहवली उल्लाह से बहुत ज्यादा प्रभावित हुए । Wahabi Andolan

वहाबी आंदोलन कब प्रारंभ हुआ?

वहाबी आंदोलन 1828 ईस्वी में प्रारंभ हुआ था और 1888 ईस्वी तक चला था ।  आपको बता दें की शुरू में यह आंदोलन पंजाब में सिक्ख सरकार के विरुद्ध था । लेकिन जब अंग्रेजों ने पंजाब का विलय किया तो इसके बाद यह अभियान अंग्रेजों के विरुद्ध हो गया। यह आंदोलन 1870 ईस्वी तक चलता रहा और इसके बाद इसे वरिष्ठ सैनिक बल द्वारा दबा दिया गया । Wahabi Andolan

बाद में रायबरेली के सैयद अहमद बरेलवी ने इस आंदोलन को आगे बढ़ाया। आजादी से पूर्व अंग्रेजों को देश से बाहर भगाने के लिए भी यह आंदोलन जाना जाता है। Wahabi Andolan

आपको बता दें की बिहार और बंगाल के किसान वर्ग, कारीगर और दुकानदार इस बहावी आंदोलन को समर्थन दिया ।

वहाबी आंदोलन बंगाल में

बंगाल में वहाबी आंदोलन का जोर किसान वर्गों के हाथों में था । यहाँ पर इस आदोंलन के नेता टीटू मीर थे । जब नदिया अर्थात बंगाल के जमींदार कृष्ण राय ने कर की राशि बढ़ाया तो टीटू मीर ने उस पर हमला कर दिया । आगे चलकर टीटू मीर अंग्रेजों के साथ एक झड़प में मारा गया । इसके बाद यह आंदोलन कमजोर पड़ गया। Wahabi Andolan

पीर अली को मिली फांसी

1857 ईस्वी में बहावी विद्रोह के नेतृत्व कर्ता पीर अली थे । लेकिन विरोधी अंग्रेजों ने बहुत जल्द ही इनको पकड़कर फांसी दे दिया । अंग्रेजों ने जनता में ज्यादा से ज्यादा दहशत फैलाने हेतु वर्तमान कमिश्नर टेलबु के द्वारा एलफिनस्तन सिनेमा के सामने ही एक बड़े पेड़ पर लटका दिया । Wahabi Andolan

इसके साथ ही इनसे जुड़े अन्य प्रमुख नेताओं को भी फांसी दे दी गई ।

यह आंदोलन असफल हो गया और 1860 ईस्वी के लगभग अंग्रेजों ने इस आंदोलन को बुरी तरह से कुचल दिया ।

वहाबी आंदोलन का प्रभाव:-

प्रारंभ में देखा जाए तो इस आंदोलन का रुख सिर्फ मुस्लिम समुदाय वर्ग तक ही था लेकिन कालांतर में इस आंदोलन ने अपना रुख बदल दिया । आगे चलकर यह आंदोलन किसान आंदोलन बना जिसमें हिन्दू वर्ग भी शामिल हुए। Wahabi Andolan

हालांकि यह आंदोलन बहुत आगे नहीं चल पाया लेकिन इस आंदोलन ने रूढ़िवादिता के जगह मुसलमानों में आधुनिकरण के बीज जरूर बो दिया । Wahabi Andolan

प्रश्न:-मुसलमानों की पाश्चात्य प्रभावों के विरुद्ध प्रथम प्रक्रिया किस आंदोलन के रूप में हुई थी?

उत्तर:-वहाबी आंदोलन के रूप में ।

प्रश्न:-वहाबी आंदोलन को और किस नाम से जाना जाता है?

उत्तर:-तरीका-ए-मुहम्मदी अथवा वलिउल्लाह आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है ।

प्रश्न:-मुसलमानों में आई गिरावट पर सबसे पहले किसने चिंता प्रकट किया?

उत्तर:-मुसलमानों में आई गिरावट पर सबसे पहले शाहवलीउल्लाह ने चिंता प्रकट किया

प्रश्न:-वहाबी आंदोलन का स्वरूप क्या था?

उत्तर:-वहाबी आंदोलन का स्वरूप पुरनार्जागरणवादी था जो एक सुधार के रूप में प्रस्तुत किया गया ।

प्रश्न:-वहाबी आंदोलन को किसने शुरू किया था?

उत्तर:-शाहवलीउल्लाह ने शुरू किया था ।

प्रश्न:-शाहवलीउल्लाह के विचारों को किसने आगे बढ़ाया था?

उत्तर:-अब्दुल अजीज और सैयद अहमद बरेलवी ने मुख्य भूमिका अदा किया ।

प्रश्न:-किसने कहा की भारत को दार-उल-इस्लाम बनाने की जरूरत है?

उत्तर:-मौलवी अब्दुल अजीज ने यह फतवा जारी कर दिया की भारत एक दार-उल-हर्ब अर्थात काफिरों का देश है और इसको दार-उल-इस्लाम बनाने की जरूरत है।

प्रश्न:-वहाबी आंदोलन का प्रमुख केंद्र था?

उत्तर:-वहाबी आंदोलन का प्रमुख केंद्र पटना था ।

प्रश्न:-भारत में वहाबी आंदोलन किसने शुरू किया था?

उत्तर:-सैय्यद अहमद शाहिद ने किया था ।

प्रश्न:-भारत में वहाबी आंदोलन के प्रवर्तक सैय्यद अहमद पटना कब आए थे?

उत्तर:-भारत में वहाबी आंदोलन के प्रवर्तक सैय्यद अहमद पटना 1831 ईस्वी में आए थे ।

प्रश्न:-वहाबी आंदोलन के प्रवर्तक कौन थे?

उत्तर:-वहाबी आंदोलन के प्रवर्तक रायबेरेली के सैय्यद अहमद बरेलवी थे ।

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि Wahabi Movement in India क्या था और इसको किसने शुरू किया था? मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Wahabi Andolan

अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Wahabi Andolan

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