इब्राहीम लोदी मध्यकालीन भारत का एकमात्र सुल्तान जिसकी मृत्यु हुई थी? Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इब्राइब्राहीम लोदी मध्यकालीन भारत का एकमात्र सुल्तान जिसकी मृत्यु हुई थी? Ibrahim Lodi in hindi

Contents hide
17 FAQs

नमस्कार साथियों!

Important Gyan के इस सीरीज में आप सभी का स्वागत है । आज हम चर्चा करेंगे इब्राहीम लोदी के बारे में विस्तार से।

इस लेख में हम जानेंगे की Ibrahim Lodi कौन था। इब्राहीम लोदी के माता पिता का नाम क्या था। इब्राहीम लोदी का पुत्र कौन था । इब्राहीम लोदी दिल्ली का सुल्तान कब बना  । दिल्ली का अंतिम सुल्तान कौन था । महाराणा सांगा ने इब्राहीम लोदी को किस युद्ध में पराजित किया था । इब्राहीम लोदी की मृत्यु कब हुई थी और इब्राहीम लोदी का मकबरा कहाँ है । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इब्राहीम लोदी कौन था?

इब्राहीम लोदी लोदी वंश का तीसरा और अंतिम शासक था । यह एक अफ़गान शासक था जिसने भारत पर 1517 से 1526 ईस्वी तक शासन किया था ।

इब्राहीम लोदी के माता पिता का नाम क्या था?

इब्राहीम लोदी के पिता का नाम सिकंदर लोदी था। यह सिकंदर लोदी का सबसे बड़ा पुत्र था । माता का नाम बीबी अम्बा था । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इब्राहीम लोदी दिल्ली का सुल्तान कब बना?

सरदारों की सम्मति से यह निश्चय हुआ की दिल्ली का सुल्तान Ibrahim Lodi होगा और जौनपुर का सुल्तान इनका भाई जलालखान होगा । ये दोनों एक ही माता पिता के लड़के थे । इब्राहीम लोदी 21 नवंबर 1517 ईस्वी में शासक बना । यह लोदी वंश का अंतिम सुल्तान था । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इब्राहीम लोदी की मुख्य समस्याएं

  • इसकी प्रथम समस्या जौनपुर का शासक जलाल खान था ।
  • ग्वालियर की समस्या
  • मेवाड़ से संघर्ष
  • अफ़गान सरदारों के साथ संघर्ष की समस्या

इब्राहीम लोदी के लिए प्रथम समस्या उसका भाई और जौनपुर का शासक जलाल खान था। इब्राहीम लोदी ने एक बड़े संघर्ष के पश्चात जलाल खान को समाप्त कर दिया लेकिन इससे इब्राहीम लोदी की समस्या और बढ़ गई अनेक सरदारों का इब्राहीम लोदी के ऊपर से विश्वास उठ गया।  उनको ये लगा की इब्राहीम लोदी जब अपने भाई का नहीं हुआ तो हमारा कैसे होगा । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इब्राहीम लोदी का ग्वालियर विजय

अपने भाई जलाल खान को समाप्त करने के पश्चात इब्राहीम ग्वालियर विजय की तरफ अपना ध्यान लगाया। इस समय यहाँ का शासक विक्रमाजीत था। ग्वालियर के राजा ने जलाल खान को शरण देना इब्राहीम लोदी के लिए बहाना मिल गया । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

ग्वालियर पर आजम हुमायूँ शेरवानी ने आक्रमण किया । विक्रमजीत द्वारा किले की समुचित व्यवस्था किए जाने के बाद भी इब्राहीम लोदी की विजय हुई और विक्रमाजीत को आत्मसमर्पण करना पड़ गया । इस प्रकार ग्वालियर की विजय ने इब्राहीम लोदी के शासन में चार चाँद लगा दिया ।

महाराणा संग्रामसिंह ने इब्राहीम लोदी को किस युद्ध में पराजित किया था?

ग्वालियर विजय के बाद इब्राहीम लोदी ने मेवाड़ अभियान के लिए योजना बनाया । इस समय यहाँ का शासक राणा सांगा(संग्रामसिंह) था। दिल्ली और मेवाड़ के बीच झगड़े का कारण मालवा पर अधिकार का था । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

आपको बता दें की मालवा के प्रधानमंत्री मेदिनी राय का यहाँ बहुत ज्यादा प्रभाव बढ़ गया था । अब मालवा के सुल्तान ने असहाय होकर गुजरात और दिल्ली के शासकों से सहायता की याचना की। इधर राणासांगा भी अपने राज्य के विस्तार में लगा था और इब्राहीम लोदी भी राज्य विस्तार हेतु लालायित था ।

खतौली(घटोली) का युद्ध

1517 से 1518 के बीच में घटोली (ग्वालियर के पास) में राणा सांगा और इब्राहीम लोदी में युद्ध हुआ जिसमें इब्राहीम लोदी की पराजय हुई और उसको वापस लौटना पड़ा । इस युद्ध में राणा सांगा ने अपना बायाँ हाथ खो दिया और उसकी एक टाँग भी घायल हो गया था। Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

धौलपुर का युद्ध

यह युद्ध 1518 ईस्वी के बीच में इब्राहीम लोदी और राणासांगा के बीच में हुआ था। इस युद्ध में भी इब्राहीम लोदी की पराजय हुई ।

इस तरह से देखा जाए तो राणासांगा और इब्राहीम लोदी के बीच में कई लंबी झड़पें हुई लेकिन हर बार पराजय इब्राहीम लोदी की ही हुई । इस कारण इब्राहीम लोदी को बहुत ज्यादा अपमान मिला और उसकी सैनिक शक्ति की दुर्बलता भी सामने आ गया । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इब्राहीम लोदी का अफ़गान सरदारों से संघर्ष

इब्राहीम लोदी निरंकुश राजतन्त्र की स्थापना का प्रयत्न कर रहा था उसका भरोसा अफ़गान सरदारों पर नहीं था और इब्राहीम लोदी के दंभी स्वभाव के कारण सरदार उसके ऊपर भरोसा नहीं करते थे । इब्राहीम लोदी दरबार के अमीरों को अपने सम्मुख हाथ जोड़कर खड़े होने की आज्ञा देता था । यह अपने अफ़गान सरदारों को नष्ट करके अपने निरंकुश शासन की स्थापना का प्रयत्न करता था । अतः इब्राहीम लोदी का पूरा समय अफ़गान सरदारों के विद्रोहों से भरपूर रहा । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

अफ़गान सरदारों का विद्रोह इब्राहीम लोदी के विरुद्ध

इन अफ़गान सरदारों के साथ एक बहुत लंबा संघर्ष चला, कई युद्ध और झड़पें हुईं, बहुत सरदारों के खून बहे ।ये युद्ध का मंजर कन्नौज से लेकर कडा तक था।  इस पर नियामत उल्ला ने लिखा है की “हिंदुस्तान में इतना रक्तरंजीत युद्ध वर्षों से नहीं लड़ा गया था-लाशों की ढेरों लग गई थीं और मैदान में रक्त की नदियां बहने लगी थीं। भाई ने भाई से और पिता ने पुत्र से युद्ध किया। दोनों पक्षों को मिलाकर 10000 बहादुर मारे गए। Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इस विजय से इब्राहीम लोदी और दंभी हो गया । इसने कई और लोगों को कारागार में डाल दिया । इससे अफ़गान सरदार और शंकालु हो गए।

इधर बिहार में बहादुरखान ने खुद को स्वतंत्र घोषित करके सुल्तान मुहम्मद की उपाधि धारण किया । इब्राहीम लोदी से असन्तुष्ट बहुत सारे सरदार सुल्तान मुहम्मद से जा मिले । इसके अलावा ये लोग संभल तक के क्षेत्र तक अपना अधिकार जमा लिया । इन्होंने कई बार इब्राहीम लोदी द्वारा भेजी गई सेना को भी परास्त कर दिया ।

इस घटना से परेशान होकर अपनी सहायता हेतु इब्राहीम लोदी ने पंजाब के सूबेदार दौलतखान लोदी को आगरा बुलाया। लेकिन शंकावश उसने अपने पुत्र दिलावरखान को आगरा भेज दिया। लेकिन दंभी इब्राहीम लोदी ने दिलावर को आतंकित करने का प्रयत्न किया जिस पर घबराकर वह वापस पंजाब चला गया । दिलावर खान ने इब्राहीम के नेचर के प्रति अपने पिता को सचेत कर दिया । Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

भारत पर बाबर का आक्रमण

दौलत खान लोदी और आलमखान लोदी और राणा सांगा ने अपनी विभिन्न परिस्थियों के चलते बाबर को भारत पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया था। चूंकि बाबर की नजरें भी भारत पर आक्रमण करने के लिए बनीं हुई थीं वह नवंबर 1525 ईस्वी में काबुल से चल दिया ।

पानीपत का प्रथम युद्ध

बाबर अपनी सेना लेकर 12 अप्रैल 1526 ईस्वी को पानीपत के मैदान में उतर गया। इस समय तक इब्राहीम लोदी की स्थिति बहुत कमजोर हो गई थी। 21 अप्रैल 1526 ईस्वी को इन दोनों ही शक्तियों के बीच युद्ध हुआ। इब्राहीम लोदी साहस से लड़ा और मारा गया। बाबर की विजय कुशल नेतृत्व और तोपखाने के वजह से हुई थी। Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

इसकी मृत्यु पर फरिश्ता ने लिखा है की “वह मृत्यु पर्यंत लड़ा और एक सैनिक की भांति मारा गया” ।

इब्राहीम लोदी की मृत्यु कब हुई थी?

इब्राहीम लोदी की मृत्यु 21 अप्रैल 1526 ईस्वी में पानीपत के मैदान में हुई थी।

इब्राहीम लोदी का मकबरा कहाँ है

इब्राहीम लोदी का मकबरा देवी मंदिर तहसील क्षेत्र पानीपत हरियाणा में है ।

इब्राहीम लोदी का मूल्यांकन

इब्राहीम लोदी एक न्यायप्रिय शासक तो था ही साथ ही योग्य,परिश्रमी,चरित्रवान भी था । इसके शासन काल में प्रजा सुखी और समृद्ध थी । यह एक कुशल सेनापति भी था जिसका उदाहरण हमें युद्ध के मैदान में देखने को मिलता है । एक बार 1525 ईस्वी में दौलतखान और आजम खान लोदी ने इब्रामील लोदी के सेना पर आक्रमण किया लेकिन इस सुल्तान ने युद्ध स्थल में अपनी वीरता का प्रदर्शन करते हुए इन दोनों को युद्ध स्थल से भागने पर मजबूर किया ।

इसके अलावा पानीपत के युद्ध में अपनी वीरता का भरपूर प्रदर्शन किया और अंत में लड़ते हुए मैदान में ही वीरगति को प्राप्त हुआ । मध्यकालीन भारत का एकमात्र सुल्तान जो युद्धस्थल में ही मारा गया ।

इसके बारे में फरिस्ता ने कहा है की “इब्राहीम मृत्युपर्यंत लड़ा और एक वीर सैनिक की भांति मारा गया । इसके अलावा तारीख-ए-खान-जहानी के रचयिता नियामतउल्लाह ने कहा की “सुल्तान इब्राहीम लोदी के अतिरिक्त भारत का अन्य कोई सुल्तान युद्धस्थल में लड़ते हुए नहीं मरा ।“

लेकिन इसके बावजूद भी इब्राहीम लोदी एक हठी विचारों वाला सुल्तान था । इसने अफ़गान सरदारों की शक्ति को तोड़ने का प्रयास किया । उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाया । अपने शंकालु प्रवृति के कारण अफ़गान सरदारों को खुली चुनौती दे दिया । अगर इब्राहीम अफ़गान सरदारों के प्रति अपनी सूझ-बुझ और कूटनीति का प्रयोग करके उनको अपने पक्ष में किए रहता तो पंजाब से लेकर बिहार तक के सुल्तान इब्राहीम लोदी को परिजित करना बाबर के लिए असह्य हो जाता ।

हठी और शंकालु इब्राहीम अपने राज्य को शंकुचित करके अपनी सैनिक शक्ति खो चुका था जिससे विजय पाना इसके लिए मुश्किल हो गया और बाबर बाजी मार लिया । अतः पानीपत का युद्ध दो असमान शत्रुओं का युद्ध था जिसमें इब्राहीम लोदी की पराजय हुई ।

FAQs

प्रश्न:- इब्राहीम लोदी को प्रारंभ में किसके साथ संघर्ष हुआ था?

उत्तर:- इब्राहीम लोदी को अपने भाई और जौनपुर के शासक जलाल खान के साथ संघर्ष करना पड़ा ।

प्रश्न:-इब्राहीम लोदी के ग्वालियर अभियान का क्या परिणाम निकला?

उत्तर:-इब्राहीम लोदी का ग्वालियर अभियान सफल रहा ।

प्रश्न:-इब्राहीम लोदी को सबसे ज्यादा अपमान किस युद्ध से मिला था?

उत्तर:- इब्राहीम लोदी को सबसे ज्यादा अपमान मेवाड़ के विरुद्ध मिला था ।

प्रश्न:- घटोली और धौलपुर का युद्ध किसके बीच हुआ था?

उत्तर:- घटोली और धौलपुर का युद्ध संग्रामसिंह और इब्राहीम लोदी के बीच में हुआ था ।

प्रश्न:- इब्राहीम लोदी ने किसके विरुद्ध पंजाब के सूबेदार दौलत खान लोदी को आमंत्रित किया था?

उत्तर:- इब्राहीम लोदी ने बिहार के सूबेदार सुल्तान मुहम्मद के विरुद्ध पंजाब के सूबेदार दौलत खान लोदी को आमंत्रित किया था?

प्रश्न:-पानीपत का प्रथम युद्ध किस सन में हुआ था?

उत्तर:-पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 में हुआ था ।

प्रश्न:-सिकंदर लोदी का उत्तराधिकारी कौन था?

उत्तर:-सिकंदर लोदी का उत्तराधिकारी Ibrahim Lodi था ।

प्रश्न:- इब्राहीम लोदी का उत्तराधिकारी कौन था?

उत्तर:- इब्राहीम लोदी का उत्तराधिकारी बाबर था ।

प्रश्न:-इब्राहीम लोदी को किसने मारा?

उत्तर:-इब्राहीम लोदी पानीपत के युद्ध में बाबर के विरुद्ध युद्ध करते हुए मारा गया था ।

प्रश्न:-इब्राहीम लोदी का जन्म कब हुआ था?

उत्तर:- Ibrahim Lodi का जन्म करीब 1480 से 1490 के बीच में हुआ था ।

प्रश्न:-इब्राहीम लोदी को किसने पराजित किया था?

उत्तर:-इब्राहीम लोदी को बाबर ने पानीपत के मैदान में पराजित किया था । Ibrahim Lodi

प्रश्न:-किसने कहा था की इब्राहीम लोदी मध्यकालीन भारत का एकमात्र सुल्तान जो युद्ध के मैदान में लड़ते हुए मारा गया था?

उत्तर:-यह कथन नियामत उल्लाह ने कहा था। Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

Related Post

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि इब्राहीम लोदी कौन था और इसने कौनसे कार्य किए थे । मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Ibrahim Lodi in hindi Important Gyan

आप लोगों को और अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए, अगर आप लोगों को लगता है की हमें और क्या पढ़ना चाहिए तो आप www.importantgyan.com के वेबसाईट पर नियमित विज़िट करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं । हमारे कुछ मीनू आप लोगों का राह देखते रहते हैं जैसे-Motivation, Health, sarkari Yojna आदि । आप इनका लाभ जरूर उठायें । आपका दिन शुभ हो! Ibrahim Lodi in hindi

Leave a Comment

error: Content is protected !!