सुहारावर्दी सिलसिला एक मात्र सिलसिला था जो विश्वास करता था..?Suhrawardi Silsila in Hindi

सुहारावर्दी सिलसिला एक मात्र सिलसिला था जो विश्वास करता था..? Suhrawardi Silsila in Hindi

Important Gyan के इस सीरीज में आप सभी का स्वागत है । आज हमारे इस सिलसिले की शृंखला में हम चर्चा करेंगे सुहारावर्दी सिलसिले के बारे में कुछ रोचक जानकारियाँ जो परीक्षा के दृष्टिकोण से काफी फायदेमंद साबित होगा । Suhrawardi Silsila in Hindi

इसके संस्थापक मक्का के शेख शहाबुद्दीन सुहारावर्दी थे । इनकी पुस्तक थी अवारीफ-उल-मारीफ़ अर्थात ईश्वरीय ज्ञान की भेंट। इनके कई शिष्य भारत आए और सूफी दर्शन का प्रचार किया।

भारत में इस सिलसिले के संस्थापक बहाउद्दीन जकरिया थे । इनका जन्म मुल्तान में हुआ था । ये बाबा फरीद के समकालीन थे । Suhrawardi Silsila in Hindi

आपको बता दें की सुहारावर्दी सिलसिला मुल्तान और सिंध में केंद्रित था । अर्थात भारत के उत्तर-पश्चिम भाग में यह सिलसिला बहुत ज्यादा लोकप्रिय हुआ था । इस समय मुल्तान के शासक नासिरुद्दीन कूबाचा थे । Suhrawardi Silsila in Hindi

यह एक मात्र सिलसिला था जो यह स्वीकार करता था की सरकारी पद लेने से, उपहार और भेंट लेने से भक्ति और धर्म के रास्ते में कोई बाधा नहीं आता है ।

फ़ुतूह और नूजुर-बिन मांगे भेंट या उपहार

इस सिलसिले के कुछ प्रमुख सूफी संत थे-शेख बहाउद्दीन जकारिया, हमीदुद्दीन नागोरी, शेख मूसा और शेख सर्फउद्दीन याहिया मनारी ।

इस सिलसिले के सूफी संतों का विचार धारा अन्य सिलसिले सूफी संतों से पूरी तरह से मेल नहीं खाती थी । ये लोग सरकारी पद लेने और उपहार आदि ग्रहण करने में थोड़ा भी नहीं हिचकते थे । खुशी खुशी हर चीज ले लेते थे चाहें वो सरकारी कोई भी पद हो । Suhrawardi Silsila in Hindi

ये लोग अतिशय त्याग तपस्या को हमेशा नकारते थे । इनका मानना था की भक्ति के मार्ग में ये भौतिक सुख कभी बाधा नहीं बनता है ।

आज इस लेख में हमने आपको सुहारावर्दी सिलसिले के बारे में विस्तार से बताया है । कृपया आप उपर्युक्त लेख को पढ़कर नीचे दिए गये प्रश्न उत्तर को हल करने का प्रयास करें ।

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया सुहारावर्दी सिलसिले की स्थापना किसने किया था और इसकी क्या विशेषता थी? मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Suhrawardi Silsila in Hindi

अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Suhrawardi Silsila in Hindi

आप लोगों को और अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए, अगर आप लोगों को लगता है की हमें और क्या पढ़ना चाहिए तो आप www.importantgyan.com के वेबसाईट पर नियमित विज़िट करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं । Suhrawardi Silsila in Hindi

हमारे कुछ मीनू आप लोगों का राह देखते रहते हैं जैसे-Motivation, Health, sarkari Yojna आदि । आप इनका लाभ जरूर उठायें । आपका दिन शुभ हो!Suhrawardi Silsila in Hindi

Leave a Comment

error: Content is protected !!