Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the:-आज इस लेख में हम जानेंगे की भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे? राजेन्द्र प्रसाद का जीवन परिचय? राजेन्द्र प्रसाद की शिक्षा? राजेन्द्र प्रसाद का जन्म? राजेन्द्र प्रसाद के माता पिता? राजेन्द्र प्रसाद की पुस्तकें? राजेन्द्र प्रसाद का समाधि स्थल? आदि । Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे?

भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद थे । ये महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे । इन्होंने भारत के स्वाधीनता आंदोलन में मुख्य भूमिका अदा किया था और कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके थे ।

डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद सिंह

इन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में मुख्य भूमिका अदा किया था । इसके साथ ही ये भारत के पहले मंत्रिमंडल में सन 1946-47 के बीच में कृषि और खाद्य मंत्री का भी पद संभाला था । इनको प्यार से लोग “राजेन्द्र बाबू” के नाम से संबोधित करते थे ।

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Gadar party ki sthapna kisne ki
Guruvayur Satyagrah

राजेन्द्र प्रसाद का जन्म?

राजेन्द्र बाबू का जन्म 3 दिसंबर 1884 ईस्वी में हुआ था । इनका जन्म स्थान बिहार का सारण जिला जिसे वर्तमान में सिवान बोला जाता है । इनके गाँव का नाम जीरादेई था । Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

राजेन्द्र प्रसाद के माता पिता?

इनके पिता जी का नाम महादेव सहाय था । ये संस्कृत और फारसी के महान विद्वान थे और इनकी माता जी का नाम कमलेश्वरी देवी था । ये बहुत ज्यादा धर्मपरायण थीं ।

डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद का प्रारम्भिक जीवन

इनके पूर्वज मुख्य रूप से कुवागाँव, अमोढ़ा उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और इनका परिवार कायस्थ परिवार था । इसी बीच कायस्थ जाति में थोड़ा पलायलन की प्रवृत्ति उभरी । कुछ कायस्थ परिवार बलिआ में बसे और कुछ बिहार का सारण जिला (वर्तमान में सिवान) के जीरादेई गाँव में जाकर बस गए ।

इन्हीं परिवारों में डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद जी का भी परिवार था । आपको बताते चलें की राजेन्द्र बाबू का पालन पोषण काफी अच्छे से हुआ था । इनकी माता जी के ऊपर राजेन्द्र बाबू का गहरा प्रभाव पड़ा।  इनकी माता जी नियमित इनकी रामायण और महाभारत की कहानियाँ सुनाती थीं । Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

राजेन्द्र प्रसाद की शिक्षा?

इन्होंने ने एक मौलवी साहब से फरसी में शिक्षा लिया । फिर वे अपनी प्रारम्भिक शिक्षा के लिये छपरा जिले चले गए । आपको बताते चलें की इन्होंने 18 वर्ष की आयु में कोलकत्ता विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था । इसके बाद 1902 ईस्वी में प्रेसिडेंसी कोलेज में अपना दाखिला लिया । 1915 ईस्वी में परास्नातक एलएलएम की परीक्षा पास किया । लॉ से ही इन्होंने पीएचडी भी पूरा किया ।

राजेन्द्र प्रसाद का भारतीय भाषा से प्रेम

राजेन्द्र बाबू का पठन पाठन शुरू में उर्दू और फारसी से हुई थी लेकिन लेकिन स्नातक वे हिन्दी से ही किए । आगे चलकर वे हिन्दी, अंग्रेजी, बंगाली भाषाओं से पूर्णतः परिचित हुए । गुजराती भाषा का भी इनको गहरा ज्ञान हो गया था । इसके अलावा इन्होंने संस्कृत ग्रंथों का भी अध्ययन किया । Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

राजेन्द्र प्रसाद का स्वतंत्रता आंदोलन में भागीदारी

राजेन्द्र बाबू महात्मा गांधी के निष्ठा, समर्पण और साहस से बहुत ज्यादा प्रभावित थे । चंपारण से गांधी जी इनको स्वयंसेवकों के साथ आने को कहा था । इन्होंने कोलकत्ता के सीनेटर पद से इस्तीफा दे दिया । विदेशी संस्थाओं के बहिष्कार के दौरान इन्होंने अपने मेधावी पुत्र को कोलकत्ता विश्वविद्यालय से हटाकर बिहार विद्यापीठ में दाखिला दिया ।

इन्होंने बाढ़राहत, भूमकंप राहत कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लिया था । 1934 ईस्वी में INC के मुंबई अधिवेशन में इनको अध्यक्ष पद चुना गया था । 1939 ईस्वी में जब सुभाष चंद्र बॉस ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया तो ये पुनः अध्यक्ष बने कांग्रेस के। Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

जब संविधान लागू हुआ तो उनको देश के पहले राष्ट्रपति के रूप में पद मिला । इनको 1962 ईस्वी में भरत रत्न से नवाजा गया था ।

राजेन्द्र प्रसाद की पुस्तकें

इन्होंने अपनी आत्मकथा 1946 ईस्वी में लिखी थी जिसमें बापू के कदमों में बाबू, इंडिया डिवाइडेड-1946,सत्याग्रह एट चंपारण-1922 और गांधी जी की देन, भारतीय संस्कृति व खादी का अर्थशास्त्र आदि ।
Banwali
Mehargarh Civilization in Hindi
Dholavira

राजेन्द्र प्रसाद का निधन

डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद का निधन पटना के निकट सदाकत आश्रम में हुआ था । 28 फरवरी 1963 ईस्वी में इनका निधन हुआ था .

राजेन्द्र प्रसाद का समाधि स्थल कहाँ है?

डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद का समाधि स्थल पटना में है जिसे महाप्रयाण घाट कहा जाता है । राजेन्द्र प्रसाद भारत के एक मात्र राष्ट्रपति थे जिनको लगातार दो बार राष्ट्रपति पद प्राप्त हुआ था । प्रथम राष्ट्रपति पद इनको 1950 ईस्वी में मिला था और दूसरा 1957 ईस्वी में । Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

आज आपने क्या सीखा?

Important Gyan के इस लेख में आज हमने आपको बताया की Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

Bharat ke Pratham Rashtrapati Kaun the

प्रश्न:-डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद किस सन में कृषि और खाद्यमंत्री के पद पर थे?

उत्तर:-1946-47 ईस्वी में ।

प्रश्न:-डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद को और किस नाम से पुकारा जाता था?

उत्तर:-राजेन्द्र बाबू के नाम से ।

प्रश्न:-राजेन्द्र बाबू का जन्म कहाँ हुआ था?

उत्तर:-बिहार के सारण जिले के जीरादेई गाँव में हुआ था ।

प्रश्न:-डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद की पत्नी का क्या नाम था?

उत्तर:-राजवंशी देवी था ।

प्रश्न:-डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद जी को भारत रत्न कब मिला था?

उत्तर:-1962 ईस्वी में मिला था ।

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