Shahi Nausena Vidroh:-भारत छोड़ो आंदोलन और आजाद हिन्द फौज जैसे घटनाएं ब्रिटिश हुकूमत के लिए एक कांटे के समान चुभ रही थी । इन घटनाओं ने ब्रिटिश भारतीय सेना के सिपाहियों को भी काफी प्रभावित किया था ।
Shahi Nausena Vidroh
Shahi Nausena Vidroh:18 फरवरी 1946 ईस्वी में रॉयल इंडियन नेवी के ‘सिग्नलस प्रशिक्षण संस्थान’ एस एम आई एस तलवार के गैर कमीशन अधिकारियों और सिपाहियों ने विद्रोह कर दिया इनको मुख्य रूप से ‘रेटिंग्ज’ कहा जाता था ।
इसका प्रमुख कारण था-खराब भोजन,जातीय भेदभाव, कम वेतन, चरित्र पर टिप्पणी आदि। आपको बताते चलें की ये सभी कारण पर्याप्त थे विद्रोह के लिए ।
इसी बीच विद्रोह का एक और कारण बना नाविक बी. सी. दत्त की गिरफ़्तारी। इनकी गिरफ़्तारी नौसेना के एक जहाज ‘तलवार’ की दीवारों पर अंग्रेजों भारत छोड़ो लिखने के कारण हुई थी ।
इस विद्रोह की लपट में कराची, मद्रास,कलकत्ता भी आ गया । विद्रोहियों ने झंडे गाड़े और लगभग 20 जहाजों पर अपना अधिकार कर लिया ।
Shahi Nausena Vidroh:दूसरी तरफ विद्रोहियों ने एक “नौसेना केन्द्रीय हड़ताल समिति का गठन किया । इसका गठन एम. एस. खान के नेतृत्व में किया गया था । इसने सरकार के सामने कुछ मांगे रखी जैसे-बेहतर खाने, श्वेत और भारतीय नाविकों हेतु समान वेतन, राजनैतिक कैदियों की रिहाई आदि ।
सरकार भी इन विद्रोहियों के विद्रोह को कुचलने के लिए आमादा हो चुकी थी । इसने एक सोंच के साथ एडमिरल गोलफ़्रेड को भेजा की ब्रिटिश फौजों की सारी सेना को इस विद्रोह को कुचलने में लगा दिया जाए भले ही विद्रोहियों का पूरा काम तमाम हो जाए ।
सरकार के दमन चक्र का यह रवैया देखते हुए कांग्रेसी नेता बल्लभ भाई पटेल और लीग संगठन के जिन्ना ने नाविकों पर आत्म समर्पण करने के लिए दवाब डालना शुरू कर दिया ।
सभी नाविकों ने परिस्थिति को भांपते हुए और बल्लभ भाई पटेल के इस आश्वासन पर समर्पण विचार किया की इनका किसी तरीके से दमन नहीं किया जाएगा ।
अतः विद्रोहियों ने 25 फरवरी 1946 ईस्वी में आत्म समर्पण कर दिया । नौसेना का एक ऐतिहासिक कथन था की “हमारी हड़ताल हमारे राष्ट्र के जीवन की के ऐतिहासिक घटना रही है । पहली बार सेना के जवानों और आम आदमी का खून सड़कों पर एक साथ एक लक्ष्य के लिए बहा है ।
FAQs
प्रश्न:-रेटिंग्ज किसे कहा जाता था?
उत्तर:-एस एम आई एस तलवार के गैर कमीशन अधिकारियों और सिपाहियों को रेटिंग्ज कहा जाता था ।
प्रश्न:-नौसेना के एक जहाज के दीवार पर अंग्रेज भारत छोड़ो लिखने के लिए किसको गिरफ्तार किया गया?
उत्तर:-बी सी दत्त को गिरफ्तार किया गया ।
प्रश्न:-नौसेना विद्रोह कब हुआ था?
उत्तर:-18 फरवरी 1946 ईस्वी को हुआ था ।
प्रश्न:-ब्रिटिश गवर्नमेंट ने नौसेना विद्रोह को दबाने के लिए किसको नियुक्त किया था?
उत्तर:-एडमिरल गोलफ़्रेड को
प्रश्न:-नौसैनिकों के दमन के लिए किसको नियुक्त किया गया था?
उत्तर:- नौसैनिकों के दमन के लिए एडमिरल गोलफ़्रेड को नियुक्त किया गया था ।
उत्तर:- कांग्रेसी नेता बल्लभ भाई पटेल और लीग संगठन के जिन्ना ने नाविकों पर आत्म समर्पण करने के लिए दवाब डालना शुरू कर दिया ।
उत्तर:-25 फरवरी 1946 ईस्वी में ।
Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि Shahi Nausena Vidroh kab hua? मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये।
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