नमस्कार साथियों!
Important Gyan के इस सीरीज में हम आप लोगों के लिए एक बहुत ही खूबसूरत और ज्ञानवर्धक विषय लेकर आए हैं जिससे आप लोगों का सिर्फ ज्ञान ही नहीं बढ़ेगा बल्कि आने वाले परीक्षाओं के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा । Paleolithic age in Hindi
ये लेख आप लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी होने वाला है आप इसका जरूर फायदा उठायें । आज हम लोग पाषाण युग के बारे में पढ़ेंगे । आज हम जानेंगे की पाषाण कालीन संस्कृति किसे कहते हैं और इसकी क्या विशेषता है और भारत में इसके कौन कौन से स्थल हैं? Paleolithic age
इतिहास को कितने भागों में बाँटा गया है?
हम इतिहास को तीन भागों में बांटकर पढ़ते हैं । प्रथम प्रागेतिहासिक काल(Pre-History), आद्य इतिहास(Proto-History) और इतिहास(History) ।
प्रागेतिहासिक काल(Pre-History) का क्या अर्थ है?
इसका तात्पर्य यह है की जब मनुष्य ने लिपि या लेखन कला का विकास नही किया था । इस काल खंड में पुरा पाषाण कालीन संस्कृति आता है क्योंकि इस काल में मानव सिर्फ पाषाण उपकरणों पर आधारित था । अतः इस काल खंड को प्रागेतिहासिक काल कहते हैं । Paleolithic age
आद्य ऐतिहासिक काल(Proto-History) किसे कहते हैं?
आद्य ऐतिहासिक काल उस काल को कहा जाता है जिसमें पुरातात्विक साक्ष्य के साथ ही साथ लिपि का भी प्रमाण मिला है लेकिन वो पढ़ा नही गया है । Paleolithic age in Hindi
इसको ब्रॉनज ऐज भी कहा जाता है क्योंकि इस काल में तांबा और टीन मिलाकर कांसा का निर्माण किया जाता था ।
लिपि का स्पष्ट प्रमाण सिंधु सभ्यता से मिलता है लेकिन यह अभी तक पढ़ा नही गया है और वैदिक काल में शिक्षा मौखिक थी । इसमें धातुकालीन सभ्यताएं आती हैं । इनके बारे में लिखित प्रमाण नही मिलता है ।
ऐतिहासिक काल किसे कहते हैं?
जब पूरी तरह लिखित साक्ष्यों के आधार पर इतिहास का ज्ञान होता है तो इसी को ऐतिहासिक काल कहते हैं । इसका समय ईसापूर्व छठी शताब्दी से शुरू होता है । Paleolithic age in Hindi
आपके जानकारी के लिए बता दें की मानव सभ्यता का मात्र .001% ही ऐतिहासिक काल में आता है ।
प्रागेतिहासिक काल और इतिहास(ऐतिहासिक काल) में क्या अंतर है?
जब मनुष्य ने लिपि या लेखन कला का विकास नहीं किया था और पूरी तरह पाषाण निर्मित उपकरण पर ही आधारित था इसी को प्रागेतिहासिक काल कहते हैं .Paleolithic age in Hindi
लेकिन जब इतिहास का ज्ञान लिखित साक्ष्यों के आधार पर होने लगा तो उसको ऐतिहासिक काल कहा जाता है । इसका समय ईसा पूर्व छठी शताब्दी से शुरू होने लगता है ।
भारत में प्रागेतिहासिक काल के जनक कौन थे?
भारत में प्रागेतिहासिक काल के जनक डॉक्टर प्राइम रोज को माना जाता है। इन्होंने लिंगसुगर नामक स्थान से कुछ पाषाण उपकरण प्राप्त किया था । यह स्थान कर्नाटक के रायचूर जिला में है । Paleolithic age
भारतीय भूतत्व सर्वेक्षण विभाग के विद्वान रॉबर्ट ब्रूस फुट को भी पाषाण कालीन संस्कृति का जनक माना जाता है क्योंकि इन्होंने पल्लावरम नामक स्थल से निम्न पुरा पाषाण काल का उपकरण प्राप्त किया था ।
पेलिओलिथिक युग(Paleolithic age) का क्या अर्थ है?
इसको हिन्दी में पुरा पाषाण काल कहा जाता है । मानव सभ्यता के आदि काल को पाषाण काल कहा जाता हैं । अर्थात इस काल में मनुष्य का जीवन बिल्कुल ही पाषाण निर्मित उपकरणों पर आधारित था । Paleolithic age in Hindi
ये लोग नदी घाटियों के किनारे पत्थरों के साथ ही अपना जीवन बसेरा करते थे । कंदमूल खाकर अपना काम चलाते थे । Paleolithic age in Hindi
पाषाण काल को ‘पाषाण युग’ किसने कहा था?
एक डेनिश विद्वान क्रिस्टोन जे. थोमसन ने तकनिकी ढांचे के आधार पर इसको “पाषाण युग” कहा है ।
पाषाणकालीन सभ्यता का अनुसंधान कब और किसने किया था?
पाषाणकालीन सभ्यता का अनुसंधान सबसे पहले 1863 ईस्वी में शुरू हुआ था। भारतीय भूतत्व सर्वेक्षण विभाग के विद्वान रॉबर्ट ब्रूस फुट ने मद्रास के पास स्थित पालवारम से एक पुरा पाषाण काल का उपकरण प्राप्त किया था । Paleolithic age in Hindi
भारत में पाया जाने वाला पहला पुरा पाषाण स्थल कौन सा है?
भारत में पाया जाने वाला पहला पुरा पाषाण स्थल लिंगशुगर नामक स्थल है । यह स्थल कर्नाटक के रायचूर जिले में है । यहाँ से दो तरह के उपकरण प्राप्त हुए हैं एक तो पत्थर का छुरा और दूसरा तीर के फलक । Paleolithic age in Hindi
अतीरपक्कम(Attirampakkam) पुरापाषाण कालीन स्थल की खोज किसने किया?
रॉबर्ट ब्रूस फुट के सहयोगी विलियम किंग महोदय ने अतिरपक्कम से ही पहली बार पूर्व पाषाण काल के उपकरण खोज निकाला था । Paleolithic age in Hindi
पल्लावरम(Pallavaram) पुरा पाषाण कालीन स्थल की खोज किसने किया?
पल्लावरम पाषाण कालीन स्थल से भारतीय भूतत्व सर्वेक्षण विभाग के विद्वान रॉबर्ट्स ब्रूस फुट ने मद्रास के पास पल्लावरम से पूर्व पाषाण काल का एक उपकरण प्राप्त किया है । Paleolithic age in Hindi
हथनोरा कहाँ है और किसलिए प्रसिद्ध है?
आपके जानकारी के लिए बता दें की भारत में आदि मानव के जीवाश्म सबसे पहले हथनोरा नामक स्थल से मिला है । यह स्थल मध्य नर्मदा घाटी में मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित है । Paleolithic age in Hindi
इसकी खोज 1982 ईस्वी में भारतीय भूतत्व सर्वेक्षण विभाग के अरुण सोनकिया ने किया था ।
यहाँ से इन्होंने सबसे पहले मानव खोपड़ी(Human Skull) खोजा था । यह भारत में मिला सबसे प्राचीनतम मानव जीवाश्म है । यह होमो एरेक्टस समूह के मानव का है और इसका संबंध निम्न पुरा पाषाण काल से है । Paleolithic age
पुरा पाषाण काल(Paleolithic age) को कितने भागों में बाँटा गया है?
उपकरणों में भिन्नता और जलवायु में होने वाले परिवर्तन के आधार पर पुरा पाषाण काल को तीन भागों में बाँटा गया है ।
Paleolithic period or age
निम्न पूर्व पाषाण काल- 5 लाख ईस्वी पूर्व से 50 हजार ईस्वी पूर्व
मध्य पूर्व पाषाण काल-50 हजार ईस्वी पूर्व से 40 हजार ईस्वी पूर्व
उच्च पूर्व पाषाण काल-40 हजार ईस्वी पूर्व से 10 हजार ईस्वी पूर्व
1)निम्न पूर्व पाषाणकाल(Lower paleolithic age) किसे कहते हैं या इसकी क्या विशेषताएं हैं?
भारत में पुरा पाषाणकाल को तीन भागों में बाँट कर पढ़ा जाता है।निम्न पुरा पाषाण का अधिकांश समय हिम युग से गुजरा है । इस काल में मानव मुख्य रूप से आखेटक और खाद्य संग्राहक था । Paleolithic age
ये लोग पत्थर के अनगढ़ और अपरिष्कृत औजारों का प्रयोग करते थे । ये लोग पूरे भारत में पाए गए हैं सिंधु, गंगा और यमुना का कछारी के भागों को छोड़कर। Paleolithic age
ये लोग अपना जीवन यापन करने के लिए शिकार करते थे और बड़ी कठिनाई से भोजन इकट्ठा कार पाते थे । ये लोग खेती करना और घर बनाना नहीं जानते थे । Paleolithic age
इनको आग का ज्ञान तो था लेकिन इसका प्रयोग कैसे किया जाता था इसके बारे में इनको ज्ञान नहीं था ।ये लोग शैलाश्रय और गुफाओं में रहते थे । इनका प्रयोग ये लोग ऋतुकालिक बसेरे के रूप में करते थे ।इस तरह का जीवन इन्होंने बहुत लंबा बिताया। यह स्थिति इनकी 9000 ईस्वी पूर्व तक बनी रही ।
इस समय इन लोगों द्वारा बड़े बड़े औजारों का प्रयोग इसलिए किया जाता था क्योंकि इनका दौर हिम युग का था और इस समय बड़े बड़े पेड़,जानवर हुआ करते थे जिनका शिकार करना और पेड़ों को काटने के लिए अपरिष्कृति और बेढंगे औजारों का प्रयोग करना पड़ता था । Paleolithic age
निम्न पूर्व पाषाणकाल का उपकरण(Tools) किस पर आधारित था?
निम्न पूर्व पाषाणकाल मुख्य रूप से ‘कोर प्रणाली’ और फ्लैक् प्रणाली पर आधारित था । इसी कोर और फ्लैक् प्रणाली से विभिन्न प्रकार के उपकरण(Tools) बनते थे ।
निम्न पूर्व पाषाणकाल के उपकरण(lower paleolithic tools) कैसे थे?
निम्न पूर्व पाषाणकाल में मुख्य उपकरण थे ।
- कुल्हाड़ी या हस्त कुठार या हैन्ड-एक्स,
- विदारणी(क्लीवर),
- खंदक यानि की चापर।
निम्न पुरा पाषाण काल में किस पत्थर के औजार बनते थे?
इस काल में मुख्य रूप से क्वार्टजाइट नामक पत्थर का प्रयोग होता था औजार बनाने के लिए ।
चापर चापिंग पेबुल संस्कृति किसे कहते हैं ।
ये उपकरण सबसे पहले पंजाब की सोहन घाटी से मिले हैं । इसलिए इसको सोहन संस्कृति भी कहा जाता है । ये उपकरण पेबुल से बनते थे । ये आकार में गोल मटोल होते थे ।
पत्थर का वह टुकड़ा जिनके किनारे नदी के बहाव में रगड़ खाकर चिकने और सपाट हो जाते हैं उन्ही को पेबुल कहा जाता है। Paleolithic age
जब एक पत्थर के टुकड़े(पेबुल) को पटक कर तोड़ते थे तो उससे कुछ चिप्पड़ निकलते थे और अंदर का भाग गोल आकार का निकलता था । गोल भाग को कोर कहते थे और चिप्पड़ वाले भाग को फलक कहते थे। Paleolithic age
चापर एक धारी होता था अर्थात एक ही होर धार निकालकर बनाया जाता था लेकिन चापिंग द्विधारी होते थे। अर्थात दोनों ओर धार बनता था।
चापर-एक धारी होता था
चापिंग–द्विधारी होता था।
हैंड ऐक्स संस्कृति या हस्त कुठार का क्या अर्थ है?
यह एक तरह से कुल्हाड़ी होता था जो कोर और फ्लैक प्रणाली पर बनता था और ये उपकरण मुख्य रूप से बदमदुराई और अतिरपक्कम जो मद्रास के समीप स्थित है, से मिला हुआ है । इसको कई नामों से जाना जाता था, जैसे-हस्त कुठार, हैन्ड ऐक्स अथवा कुल्हाड़ी । Paleolithic age
इसके कुछ दूसरे उपकरण भी हैं जैसे -क्लीवर और स्क्रैपर
विदारणी(क्लीवर) क्या था?
यह एक प्रकार का निम्न पुरा पाषाण काल से संबंधित उपकरण होता था जो मुख्य रूप से चिप्पड़ से बनता था । इसको क्लीवर भी बोलते थे । यह चीरने, फाड़ने आदि कार्यों के लिए आदि मानव प्रयोग करते थे । Paleolithic age
सोहन संस्कृति किसे कहते हैं?
यह सिंधु की एक सहायक नदी है और इसका संबंध प्रागेतिहासिक काल से है । यहाँ से चापर चापिंग उपकरण प्राप्त हुए है। यहाँ पर डी टेरा ने 1935 सर्वेक्षण किया था। इनके अभियान दल का नाम था ‘येल कैम्ब्रिज अभियान दल’ । इन्होंने कश्मीर से लेकर साल्टरेंज तक सर्वेक्षण किया था ।
इनके सर्वेक्षण का आधार था -हिम और अंतरहिम काल और इनको यहाँ से पाँच वेदिकाएं मिलीं जिनको सोहन उद्योग कहा जाता है । आपको बता दें की द्वितीय हिम युग में भारी वर्षा के कारण पुष्पल शिवालिक क्षेत्र में बोल्डर काँगलोंमरेट का निर्माण हुआ था । बोल्डर वे पाषाण खंड होते थे जिन्हे नदी की धाराओं द्वारा तोड़कर बहा लिया जाता था । अतः ऐसे पाषाण खंडों द्वारा निर्मित सतह को ही बोल्डर काँगलोंमरेट कहा जाता था Paleolithic age
भात में पुरापाषाण कालीन स्थल(Paleolithic sites in India)
भारत में निम्न पुरापाषाण काल के औजार गंगा, यमुना और सिंधु नदी के भाग को छोड़ दिया जाए तो इसके उपकरण लगभग पूरे भारत में पाए गए हैं । Paleolithic age
पोतवार का पठार,सोहन घाटी,लिद्दर नदी,सिरसा,व्यास वनगंगा(हिमांचल प्रदेश-कांगड़ा जिला),राजस्थान में डिडवाना, चित्तौड़,चम्बल घाटी,साबरमती,माही नदी,सिंगरौली,बेलन नदी घाटी, सोन नदी घाटी,मयूरभंज(उड़ीसा), गिदलूर,नेल्लोर(आंध्र प्रदेश) मद्रास में अतिरपक्कम ,पल्लावरम,बदमदुराई, मध्य प्रदेश में टी नर्सिंगपुर और भीमबेटका आदि प्रमुख स्थल ।
2)मध्य पुरापाषाण काल
फलक संस्कृति किसे कहते हैं?
इस काल में आदि मानव पत्थर की पपड़ी से बनी वस्तुओं का प्रयोग करता था । इसको फलक संस्कृति भी कहा जाता है । बड़े बड़े पत्थरों से निकले हुए चिप्पड़ से इस समय औजार बनने लगे थे । Paleolithic age
इस समय के मुख्य पत्थर थे-क्वार्टजाइट, जैस्पर, फ्लिंट और चर्ट आदि ।
मध्य पुरापाषाण काल के मुख्य उपकरण क्या थे?
इस समय मुख्य उपकरण स्क्रैपर(खुरुचनी), पॉइंट(बेधनी), तक्षणी(व्यूरिन) इसके साथ ही निम्न पूर्व पाषाण काल के उपकरण साथ साथ चल रहे थे ।
इस काल में एक सरल बटिकाश्म उद्योग फला फुला । अर्थात पत्थर के गोलों से वस्तुओं का निर्माण होने लगा ।
भारत में मध्य पूर्व पाषाण कालीन स्थल कौन से हैं?
महाराष्ट्र में नेवासा जो प्रवरा नदी के किनारे(प्रारूप स्थल) मध्य प्रदेश का भीमबेटका, हथनौरा ,गुजरात, आंध्र प्रदेश,ऑडिशा,कर्नाटक,पश्चिम बंगाल,बिहार,उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब आदि हैं ।
3)उच्च पुरा पाषाण काल किसे कहते हैं?
आपके जानकारी के लिए बता दें की लंबे दौर से चल रहा हिम युग इस समय तक आते आते समाप्त होने लगा था । तापमान में वृद्धि होने लगी और गर्मी सुख आदि पड़ने लगा । Paleolithic age
इस बदलते हुए मौसम ने आदि मानव के जीवन में धीरे धीरे विकास का युग आरंभ कर दिया । इस परिस्थतिक परिवर्तन ने उस दौर में छोटे छोटे जीव जंतुओं और वनस्पतियों के विकास में सहायक बनने लगा । Paleolithic age
इसके चलते अब आदि मानव को भी अपने जीवन को सुगम बनाने के लिए नए नए रास्ते अपनाने पड़े । स्वयं को जीने के लिए और अपने जीवन को सुगम बनाने हेतु इन्होंने भी अब छोटे छोटे औजार इजात(आविष्कार) करना शुरू कर दिया । ये लोग छोटे छोटे औजार और हथियार इस लिए बनाने लगे के इस काल में छोटे छोटे जीवों और वनस्पतियों को काटने और मारने में काफी सहूलियत होगी ।
उच्च पुरापाषाण काल के प्रमुख पत्थर
इस काल में प्रमुख पत्थर -क्वार्टजाइट,फ्लिंट,जैस्पर आदि थे और यह संस्कृति ब्लेड संस्कृति थ।
उच्च पुरापाषाण काल के प्रमुख उपकरण
इस काल का प्रमुख उपकरण ब्लेड था । अतः इसको ब्लेड संस्कृति भी कहते थे । ये विशेष रूप से बेलनाकार कोरों से निकाले जाते थे ।
इस समय तक होमो सेपीयन्स मानव की उत्पत्ति हो चुकी थी । इसके साथ ही नए चकमक उद्योग की स्थापना भी हुआ था । Paleolithic age
इस काल की एक और विशेषता थी इलाहाबाद के बेलन घाटी में स्थित लोहंदा नाले से मिली अस्थि निर्मित मातृ देवी की मूर्ति। और दूसरी विशेषता थी भीमबेटका में की गई चिकत्रकारी की । यहाँ की गुफा में हरे और गहरे लाल रंग से चिकत्रकारी की गई थी । इस गुफा की खोज वाकड़कड महोदय ने की थी।
प्रश्न:-भारत में पाषाणकालीन सभ्यता का अनुसंधान सबसे पहले कब प्रारंभ हुआ था?
उत्तर:-भारत में पाषाणकालीन सभ्यता का अनुसंधान सबसे पहले 1863 ईस्वी में हुआ था ।
प्रश्न:-रॉबर्ट ब्रुश फुट किस विभाग से जुड़े थे?
उत्तर:-रॉबर्ट ब्रुश फुट ‘भारतीय भूतत्व सर्वेक्षण विभाग’ से जुड़े थे ।
प्रश्न:-रॉबर्ट ब्रुश फुट ने सबसे पहले किस स्थान से पूर्व पाषाण काल का औजार प्राप्त किया था?
उत्तर:-रॉबर्ट ब्रुश फुट ने सबसे पहले मद्रास के पास पलवरम स्थान से पूर्व पाषाण काल का औजार प्राप्त किया था
प्रश्न:-हथनोरा कहाँ स्थित है क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर:-हथनोरा नामक पुरास्थल मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित है । इस स्थल से भारत में प्राचीनतम मानव के जीवाश्म मिले हैं और यह पुरापाषाण काल से संबंधित है। यहाँ से मानव खोपड़ी मिला है और यह खोपड़ी होमो एरेक्टस समूह के मानव का है ।
उत्तर:-पुरा पाषाण काल के मानव के जीवन का आधार आखेटक और खाद्य संग्राहक था ।
प्रश्न:-पुरापाषाण काल में हैंड-एक्स संस्कृति कहाँ से मिली है?
उत्तर:-पुरापाषाण काल में हैंड-एक्स संस्कृति सर्वप्रथम बदमदुरै और अतिरपक्कम से मिले हैं ।
प्रश्न:-निम्न पुरापाषाण काल के प्रमुख औजार किस प्रणाली पर आधारित थे?
उत्तर:-निम्न पुरापाषाण काल के प्रमुख औजार कोर प्रणाली पर आधारित थे ।
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Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि पूरा पाषाण काल किसे कहते हैं और इसको कितने भागों में बाँटा गया है और इसकी क्या विशेषता है । मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Paleolithic age
अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Paleolithic age
आप लोगों को और अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए, अगर आप लोगों को लगता है की हमें और क्या पढ़ना चाहिए तो आप www.importantgyan.com के वेबसाईट पर नियमित विज़िट करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं । Paleolithic age
हमारे कुछ मीनू आप लोगों का राह देखते रहते हैं जैसे-Motivation, Health, sarkari Yojna आदि । आप इनका लाभ जरूर उठायें । आपका दिन शुभ हो! Paleolithic age