Chirand Neolithic site कुछ दिलचस्प और रोचक जानकारियाँ!
नमस्कार साथियों!
Important Gyan के इस सीरीज में आप सभी का स्वागत है । आज हम आप लोगों के लिए चिराँड नव पाषाण कालीन स्थल के बारे में कुछ रोचक जानकारियाँ लेकर आए हैं जिससे न ही आपका ज्ञानवर्धन होगा बल्कि आगामी आने वाले परीक्षाओं में भी विशेष लाभ मिलेगा । Chirand in Hindi Neolithic site
हमने ये लेख परीक्षा को ध्यान में रख कर लिखा है आप इसका जरूर अध्ययन करें और लेख को शुरू से अंत तक पढ़ें । इससे जुड़े और भी लेख आपका इंतेजार कर रहे हैं जिसका लिंक हमें नीचे दे दिया है। Chirand Neolithic site
चिराँड कहाँ स्थित है?
चिराँड बिहार राज्य के सारण जिले में स्थित है ।यह छपरा जिले से 11 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में डोरीगंज बाजार के निकट है । यह गंगा के उत्तरी किनारे पर पटना से 40 किलोमीटर पश्चिम में है ।Chirand Neolithic site
चिराँड किस नदी के किनारे है?
चिराँड की बस्ती इसलिए संभव हो पाई क्योंकि यह बस्ती चार नदियों का संगम स्थल पर है । इसी कारण इस बस्ती को खुली जमीन उपलब्ध हो पाई। Chirand Neolithic site
इतिहासकारों का मानना है की यह दुनियाँ में एकमात्र स्थल है जो गंगा और घाघरा के मैदानी इलाके में है अन्य स्थल पहाड़ों में या पठारों में स्थित हैं ।Chirand Neolithic site
यह बस्ती मुख्य रूप से घाघरा नदी के किनारे है । अक्सर यह प्रश्न विभिन्न परीक्षाओं में आता है अतः आप लोग इसको याद कर लें ।
चिराँड की खोज किसने की?
वैसे देखा जाए तो इसके टीले के बारे में सबसे पहले जेम्स हंटर ने विवरण दिया था और इनकी किताब 1877 में पब्लिश हुई। इसके अलावा कार्लाइल ने 1879-80 के बीच में इसके अवशेषों का निरीक्षण किया था। Chirand Neolithic site
पुरातत्वविद नन्दलाल डे ने विवरण दिया की जब वे निरक्षण में थे तो चिराँड के स्थानीय लोगों को खेत जोतने के दौरान कुछ बौद्ध मूर्तियाँ मिली थीं वहीं सारण गजेटियर में यह विवरण मिलता है की यह एक बौद्ध स्थल है ।
चिराँड क्यों प्रसिद्ध है?
यदि बुर्जहोम को छोड़ दिया जाए तो भारत में यह एकमात्र स्थल है जहाँ से बहुत अधिक मात्रा में नव पाषाण कालीन हड्डी के उपकरण मिले हैं । आपको बता दें की यहाँ के उपकरण मुख्य रूप से हिरण के सींगों के हैं और परवर्ती नव पाषाण परिवेश में 100 सेंटीमीटर वर्षा वाले क्षेत्र में पाए गए हैं ।Chirand Neolithic site
उत्खनन के परिणाम स्वरूप यहाँ से ताम्र पाषाण युग के साथ ही साथ नव पाषाण युगीन संस्कृति के भी साक्ष्य बहुलता से मिलते हैं । दूसरी बात यह है की यहाँ के नव पाषाण संस्कृति में पत्थर के औजारों की कमी है जिसको नजर अंदाज नही किया जा सकता है ।
चिराँड से किस प्रकार के उपकरण प्राप्त हुए हैं?
खुदाई के दौरान चिराँड से पालिशदार पत्थर के कुल्हाड़ी, हथौड़ा, सिलबट्टे हड्डी और सींग के बने हुए छेनी, बरमा, कुदाल, सुई, कुदाल, हड्डियाँ, गेहूं की बालियाँ और पत्थर के औजार आदि ।Chirand Neolithic site
चिराँड के लोगों का व्यवसाय क्या था?
चिराँड के लोग कृषि,पशुपालन और आखेट ये तीनों व्यवसाय में संलनग्न थे । चूंकि मैदानी और नदियों के किनारे स्थित होने के कारण कृषि कार्य सुलभ था । यहाँ के लोग धान, मसूर , मूंग,गेहूं और जौ आदि की खेती करते थे । इसके अलावा ये लोग गाय,बैल,हाथी,बारसिंघा ,हिरण और गैंडा आदि पशुओ से बखूबी परिचित थे । Chirand Neolithic site
चिराँड की बस्ती सरंचना कैसी थी?
चिराँड के लोग अपने निवास के लिए बांस बल्ली की झोपड़ियाँ बनाते थे
चिराँड के लोगों का मृदभांड कैसा था?
चिराँड के लोग घड़े, कटोरे, टोंटी वाले बर्तन और तसले आदि बनाते थे ।
चिराँड स्थल किस धर्म से जुड़ा था?
आपके जानकारी के लिए बता दें की चिराँड में 1990 के दशक में हुई खुदाई से बुद्ध की मूर्तियाँ और बौद्ध धर्म से जुड़ी बहुत सारी चीजें मिलती हैं जिससे यहाँ के स्थानीय लोगों के बौद्ध धर्म से जुड़ाव था, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है ।
स्थानीय लोग यहाँ के टीले को द्वापर युग से जोड़ते हैं । यहाँ से चेरवंशी राजा मयूरध्वज या मौर्यध्वज के किले का अवशेष मिला है । ये लोग इसे च्यवन ऋषि क आश्रम भी मानते हैं ।Chirand Neolithic site
चिराँद का क्या अर्थ है?
यहाँ एक समझने वाली बात यह है की आजकल Chirand शब्द बहुत ही लोकप्रिय हुआ है । हालांकि इसका नवपाषाण काल के इस स्थल से कोई विशेष लेना देना नहीं है लेकिन चूंकि इसका मतलब लोग सर्च कर रहे हैं अतः इसको बताना जरूरी समझे! यह शब्द स्थल से बिल्कुल भिन्न है और एक टीवी धारावाहिक “भाभी जी” के कारण ज्यादा चर्चा में है लेकिन इस शब्द का मतलब होता है लफड़ा अथवा मुसीबत ।
इस शब्द का ज्यादा प्रयोग आगरा के आस पास के क्षेत्रों में किया जाता है । ‘चिरांद’ या ‘टंटा’ । यह व्यक्ति के आफत के लिए प्रयोग किया जाता है । जैसे- वह तो बड़े चिरांद है या मुसीबत है ।Chirand Neolithic site
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Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि कुछ बातों ध्यान रखते हुए आप अपने जीवन में कैसे सफल हो सकते हैं। मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Chirand Neolithic site
अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे।Chirand Neolithic site
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