रोपण भारत का एक मात्र ऐसा स्थल जो प्रसिद्ध है Ropar Indus valley civilization in Hindi

रोपण भारत का एक मात्र ऐसा स्थल जो प्रसिद्ध है Ropar Indus valley civilization

नमस्कार साथियों!

Important Gyan के इस सीरीज में आज हम बात करेंगे रोपण हड़प्पा कालीन एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल के बारे में । इस लेख को एक प्रश्नोत्तरी के रूप में पढ़ेंगे। Ropar Indus valley civilization

इस लेख में हम पढ़ेंगे रोपण किस राज्य में स्थित है । रोपण किस नदी के किनारे स्थित है। रोपण की खोज कब हुई  । रोपण की खुदाई से क्या मिला है और यह क्यों प्रसिद्ध है?

रोपण कहाँ स्थित है?

रोपण पूर्वी पंजाब प्रांत में स्थित हड़प्पा कालीन महत्वपूर्ण स्थल है । इस स्थल का आधुनिक नाम रूपनगर है। रूपनगर एक जिला है। यह रोपण का ही आधुनिक नाम है ।    

रोपण किस नदी के किनारे स्थित है?

यह हड़प्पा कालीन स्थल पंजाब प्रांत में सतलज नदी के बाएं तट पर स्थित है ।

रोपण की खोज कब हुई?

यह भारत का ऐसा सैन्धव स्थल है जहां स्वतंत्रा प्राप्ति के पश्चात सबसे पहले उत्खनन हुआ था। रोपण की खोज 1950 ईस्वी में बी बी लाल ने किया था ।  

रोपण का उत्खनन कार्य किसने किया था?

रोपण का उत्खनन कार्य 1953-55 ईस्वी में यज्ञ दत्त शर्मा ने किया था और यह अपने कई विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है ।

रोपण क्यों प्रसिद्ध है?

रोपण की प्रसिद्धि का प्रमुख कारण है- स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत में सबसे पहले इसी स्थल की खुदाई की की गई थी । Ropar Indus valley civilization

रोपण की खुदाई से संस्कृति के छः चरण मिलते हैं । इसमें से प्रथम चरण से हड़पा संस्कृति का साक्ष्य मिलता है। इसका समय काल है ईस्वी पूर्व 2000 से ईस्वी पूर्व 1400 .

दूसरे चरण से चित्रित धूसर मृदभांड के साक्ष्य मिलते हैं । इसका समय काल है ईस्वी पूर्व 1100 से ईस्वी पूर्व 700

तीसरे चरण से उत्तरी काले पालिश वाले मृदभांड मिलते हैं । इसका समय काल ईस्वी पूर्व 600 से ईस्वी पूर्व 200 है।

चौथे चरण से कुषाण और गुप्त काल के साक्ष्य मिलते हैं। इसका समय काल प्रारम्भिक एतिहासिक काल है।

पाँचवें चरण से प्रारम्भिक मध्य काल के साक्ष्य मिलते हैं इसका समय काल 700 से 1200 ईस्वी है ।

छठवाँ चरण मध्य काल से संबंधित है जिसका समय काल 1200 ईस्वी से 1700 ईस्वी है ।

इसकी प्रसिद्धि का एक अन्य कारण है सिख-एंग्लो समझौता जो अक्टोबर 1831 ईस्वी में हुआ था । रोपण में यह समझौता महाराजा रंजीत सिंह और तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बैंटिक के बीच में हुआ था। Ropar Indus valley civilization

इसकी प्रसिद्धि का एक और कारण है की सैन्धव सभ्यता का एकमात्र स्थल जहां से एक कब्र में मालिक के साथ कुत्ते को दफनाए जाने का साक्ष्य मिलता है । इस काल में भारत में किसी भी अन्य स्थल से नहीं मिलता है। Ropar Indus valley civilization

हालांकि इस तरह का साक्ष्य नव पाषाण काल में कश्मीर के एक स्थल बुर्जहोम से मिलता है ।

रोपण के उत्खनन से क्या मिला है?

रोपण के उत्खनन से मिट्टी के बर्तन(मृदभांड), सेलखड़ी की मुहर, ठप्पे, चर्ट के बटखरे, कुल्हाड़ी, बनाग्र आदि मिलते हैं । यहाँ पर मकान पत्थर और मिट्टी के बनाए जाते थे ।   Ropar Indus valley civilization

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि रोपण कहाँ स्थित है और यह स्थल क्यों प्रसिद्ध है? मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Ropar Indus valley civilization

अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Ropar Indus valley civilization

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