Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

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Haddappa Sabhyata ka Samajik Jivan

सिंधु घाटी सभ्यता का सामाजिक जीवन सुखी और सम्पन्न था । इनके जीवन में काफी ऊर्जा और जीवंतता भारी हुई थी । जीवन प्रत्याशा थी । लोगों के अंदर हमेशा कुछ कर गुजरने की शक्ति थी ।

सिंधु घाटी सभ्यता का परिवार

हड़प्पा सभ्यता का सामाजिक जीवन का मुख्य आधार परिवार था । खुदाई के दौरान बहुत नारी की मूर्तियाँ प्राप्त हुई हैं । इससे यह साबित होता है की इनका परिवार मुख्य रूप से मातृसत्तात्मक हुआ करता था ।

Indus Valley Civilization में वर्ग विभाजन

कार्यों के आधार पर वर्गों का अस्तित्व था । इनको चार वर्गों में विभाजित किया गया है- एक तो विद्वान वर्ग, दूसरा योद्धा वर्ग, तीसरा व्यापारी वर्ग और चौथा श्रमिक वर्ग । इस बात का प्रमाण मोहनजोदारों की खुदाई से प्राप्त अवशेषों से पता चलता है । Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

हड़प्पा सभ्यता में दास प्रथा

विद्वान वर्ग में पुरोहित का सबसे ऊपर स्थान था और यह वर्ग बहुत ज्यादा सम्मानित भी होता था । लेकिन श्रमिक वर्ग की स्थिति को देखते हुए व्हीलर महोदय ने कहा की श्रमिक वस्ती में गुलाम लोग रहते थे । इनके अनुसार यहाँ दास प्रथा मौजूद थी ।

मकानों के आकार प्रकार और व्यवस्था को देखकर विद्वानों ने यह साबित करने का प्रयास किया है की यहाँ जाति प्रथा मौजूद थी । Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

 इसक अलावा समाज में क्षत्रिय वर्ग का भी अस्तित्व प्रमाणित होता है क्योंकि खुदाई के दौरान तलवार, प्राचीरों के अवशेष तथा पहरेदारों के भवन आदि मिलते हैं ।

हड़प्पा की खुदाई में बहुत विशाल और छोटे छोटे मकान बहुत ही नजदीक नजदीक मिलते हैं जिससे ये साबित होता है की धनी और निर्धन वर्ग में कोई भेदभाव नहीं था और सब लोग परस्पर मेल मिलाप से रहते थे ।

सिंधु घाटी सभ्यता में खान पान

 Sindhu Ghati Sabhyata ke Samajik Jivan में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के भोजन करने वाले लोग मौजूद थे । प्रमुख खाद्यानों में गेहूं, जौ, चावल, तिल आदि था । इनके वस्त्र ऊनी और सूती दोनों तरह के होते थे । सुइयों के अस्तित्व से लगता है की वे लोग वस्त्र सिलने की कला भी जानते थे।

हड़प्पा सभ्यता में वस्त्र आभूषण

स्त्रियाँ जुड़े बांधती थी और पुरुष वर्ग लंबे दाढ़ी और मूंछ रखते थे । स्त्रियाँ आभूषण प्रिय भी होती थीं क्योंकि सोने की मनके वाला छः लड़ियों का हार और सोने का कंगन हड़प्पा से ही मिला है । इसके अलावा गोमेद के मनके वाला हार मार्शल महोदय को मोहनजोदारों से मिला है । चनहुदड़ों से लिपीस्टीक के साक्ष्य मिलते हैं । कर्केतन के मनके वाला हार मोहनजोदारों से मिलता है । सिंदूर का साक्ष्य नौसारों और महरगढ़ से मिलता है । Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

इंडस वेली में मनोरंज के साधन

Indus Valley Civilization ke Samajik Jivan में लोग अपनी जीवन प्रत्याशा को बढ़ाने तथा खुशहाल जीवन व्यतीत करने हेतु आमोद-प्रमोद के भी प्रेमी थे । पासा इस जमाने का एक प्रमुख खेल था । आपको बता दें की पत्थर के पासे हड़प्पा और मोहनजोदारों से मिलते हैं । लोथल से ही खेलने के बोर्ड के दो नमूने मिलते हैं । यह एक तरह से शतरंज बोर्ड हुआ करता था । Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

कुरण नामक गाँव से दो विस्तृत स्टेडियम मिला है जो खेलकुद आदि के लिए रहा होगा  । यह कुरन गाँव कच्छ की खाड़ी में स्थित था । इसके अलावा मनोरंजन का प्रिय साधन नृत्य भी था। इस बात का प्रमाण नर्तकी की मूर्ति से सूचित होता है ।

हड़प्पा सभ्यता में शिकार के साक्ष्य

Harappa Sabhyata ke Samajik Jivan में शिकार करने के भी साक्ष्य मिलते हैं । हिरण का शिकार करते हुए युवक का साक्ष्य मोहनजोदारों से मिलता है । मछली फ़साना और चिड़ियों का शिकार करना एक तरह से नियमित व्यवसाय था ।

सिंधु घाटी के सामाजिक जीवन में युद्ध आदि का कोई विशेष स्थान नहीं था क्योंकि युद्ध संबंधी जो भी उपकरण प्राप्त हुए हैं वे बिल्कुल साधारण कोटी के हैं । ये लोग भौतिक सुख सुविधा की ओर विशेष ध्यान रखते थे ।

FAQs-Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

प्रश्न:-सिंधु घाटी सभ्यता का सामाजिक जीवन था?

उत्तर:-सिंधु घाटी सभ्यता का मातृसत्तात्मक समाज था ।

प्रश्न:-किसने कहा है की हड़प्पा सभ्यता के श्रमिक बस्ती में गुलाम लोग रहते थे?

उत्तर:-व्हीलर महोदय ने कहा है ।

प्रश्न:-हड़प्पा सभ्यता में दास प्रथा मौजूद थी, किसने कहा है?

उत्तर:-इस बात की पुष्टि व्हीलर महोदय ने किया है ।

प्रश्न:-मोहनजोदारों से गोमेद के मनके वाला हार किसको मिला है?

उत्तर:-गोमेद के मनके वाला हार मार्शल महोदय को मिला है ।

प्रश्न:-लिपिष्टीक का साक्ष्य कहाँ से मिला है?

उत्तर:-लिपिष्टीक का साक्ष्य चनहूदारों से मिला है ।

प्रश्न:-पत्थर का पासा कहाँ से मिला है?

उत्तर:-पत्थर का पासा मोहनजोदारों और हड़प्पा से मिला है ।

प्रश्न:-शतरंज बोर्ड कहाँ से मिला है?

उत्तर:-शतरंज बोर्ड मोहनजोडरों से मिला है ।

प्रश्न:-हिरण का शिकार करते हुए युवक का साक्ष्य कहाँ से मिला है?

उत्तर:-मोहन जोदारों से मिला है ।

प्रश्न:-दो विस्तृत स्टेडियम का साक्ष्य कहाँ से मिला है?

उत्तर:-दो विस्तृत स्टेडियम का साक्ष्य कुरन गाँव से मिला है जो कच्छ की खाड़ी के पच्छम द्वीप में है ।

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan कैसा था? मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Sindhu Ghati Sabhyata ka Samajik Jivan

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