एक शक्तिशाली और सशक्त संघ RSS ki Sthapna kab hui जानें स्टेप बाइ स्टेप

RSS Ki Sthapna:आज के इस लेख में हम जानेंगे की RSS की स्थापना कब हुई? राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सेवा विभाग? राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल होने के लाभ, भारत में आरएसएस के 10 योगदान, RSS Full form, आर एस एस के संस्थापक कौन थे? आरएसएस का मुख्यालय कहाँ है? राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना का उद्देश्य क्या था? राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रश्नोत्तरी & संघ परिवार लिस्ट आदि बातें । अतः साथियों चलिए जानते हैं की RSS Ki Sthapna किस तरह की गई थी?

RSS Ki Sthapna

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रश्नोत्तरी

नीचे के लेख में हम आप लोगों के लिए कुछ प्रश्नोत्तरी लेकर आए यहीं जिसका अध्ययन करके अपने ज्ञान में वृद्धि करें ताकि आगे आप लोगों को सहूलियत मिले । RSS Ki Sthapna करने के पीछे का विज्ञान हम इस लेख के माध्यम से समझते हैं ।

RSS की स्थापना कब और किसने की?

साथियों आरआरएस जिसका पूरा नाम राष्ट्रीय स्वयं संघ है । इसकी स्थापना 27 सितंबर 1925 ईस्वी में विजयदशमी के दिन की गई थी और इसके संस्थापक डॉक्टर केशव हेडगेवार थे । इनका पूरा नाम केशव बलिराम हेडगेवार था । आरआरएस विश्व का सबसे बड़ा स्वयं सेवी संस्थान है । अतः कुछ इस तरह RSS Ki Sthapna की गई ।

आरएसएस का मुख्यालय कहाँ है?

आरआरएस अर्थात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय नागपूर में है । जब RSS Ki Sthapna की गई उस समय इसकी पहली शाखा में सिर्फ 5 लोग शामिल हुए थे लेकिन वर्तमान में इस संघ में 50 हजार से भी अधिक शाखाएं हैं ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सेवा विभाग

यह एक भारत का हिन्दू राष्ट्रवादी, अर्धसैनिक एवं स्वयसेवी संगठन है और यह भारतीय जनता पार्टी का पैतृक संगठन माना जाता है । यह RRS के नाम से ज्यादा प्रचलित है । हालांकि RSS Ki Sthapna एक सर्वमान्य संघ था ।

RSS Full form

आरएसएस का पूरा नाम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ है । यह संघ परिवार से संबंधित है ।

पूरे भारत में राष्ट्रीय स्वयं संघ की दृष्टि से कितने क्षेत्र हैं?

पूरे भारत में राष्ट्रीय स्वयं संघ की दृष्टि से कुल 50 हजार से ज्यादा शाखा क्षेत्र हैं?

भारत में आरएसएस के 10 योगदान

RSS Ki Sthapna:-भारत में आरएसएस के 10 योगदान कुछ इस प्रकार से है जिससे इसकी लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती गई ।

  1. कश्मीर सीमा पर निगरानी और विभाजित पीड़ितों को आश्रय,
  2. 1962 के युद्ध में बड़े उत्साह से सीमा पर पहुंचना, और हर पैरामीटर पर सहायता,
  3. कश्मीर के विलय में,
  4. 1965 के युद्ध में कानूनी व्यवस्था संभालना, और सराहनीय योगदान देना,
  5. गोवा के विलय में योगदान,
  6. 1975 से 1977 के आपातकाल में योगदान,
  7. जमींदारी प्रथा के खात्मे में योगदान,
  8. 1971 के ऑडिशा के भयंकर चक्रवाती तूफान से लेकर 1984 के भोपाल त्रासदी तक के विपदा में देश की सेवा करना,
  9. भारतीय मजदूर संघ जिसने एक रचनात्मक रणनीति अपनाकर देश को चौका दिया,
  10.  शिक्षा के क्षेत्र में भी संघ ने अपनी महती भूमिका अदा कर देश की अप्रतिम सेवा किया ।

आर एस एस के संस्थापक कौन थे?

RSS Ki Sthapna-डा० हेडगेवार आरआरएस के संस्थापक थे जिन्होंने 27 सितंबर 1925 ईस्वी में विजयदशमी के दिन किया था । तब से लेकर अब तक इसकी 50 हजार से शाखाएं मौजूद हैं जो हर तरह से सक्रिय है ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना का उद्देश्य क्या था?

RSS Ki Sthapna-1925 की विजयादशमी पर संघ स्थापना करते समय भी डा० हेडगेवार जी का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वाधीनता ही था। संघ के स्वयंसेवकों को जो प्रतिज्ञा दिलाई जाती थी उसमें राष्ट्र की स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए तन-मन-धन पूर्वक आजन्म और प्रामाणिकता से प्रयत्नरत रहने का संकल्प होता था।

विजयदशमी पर 1925 ईस्वी में स्थापित आरआरएस का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्वाधीनता ही था । इसके स्वयंसेवकों को प्रतिज्ञा दिलाई जाती थी की राष्ट्र की स्वतंत्रता पाने हेतु तन-मन-धन से आजीवन और तन्मयता से प्रयत्नशील रहेंगे ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल होने के लाभ

RSS Ki Sthapna-40 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण वर्ग का स्वयंसेवक & संगठन दोनों को लाभ होता है साथ ही सदस्य पूरी तरह से लगन से संघ की सेवा करते हैं और आकार इसमें रम जाते हैं । इसमें सदस्य की शारीरिक और मानसिक दोनों तरह का विकास होता है, वे अनुशासन और कर्मठ हो जाते हैं । इस तरह की बहुत सारे लाभ मिलते हैं ।

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RSS Ki Sthapna-आज आपने क्या जाना? आज हम इस लेख में बताने का प्रयास किया है की RSS Ki Sthapna कब हुई थी और इसके क्या उद्देश्य थे ।

Important Gyan: शायद आप लोगों को अपने उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर मिल गया होगा लेकिन अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। RSS Ki Sthapna

आप लोगों को और अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए, अगर आप लोगों को लगता है की हमें और क्या पढ़ना चाहिए तो आप www.importantgyan.com के वेबसाईट पर नियमित विज़िट करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं ।

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