Gateway of India ka nirman kab hua

साथियों!

Gateway of India:आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे की Gateway of India ka Nirman kab hua? गेटवे ऑफ इंडिया की स्थापना कब और किसने की? गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण कहाँ हुआ? गेटवे ऑफ इंडिया के वास्तुकार कौन है? गेटवे ऑफ इंडिया किस पत्थर से बना है और गेटवे ऑफ इंडिया क्यों बनाया गया था और गेटवे ऑफ इंडिया किसने बनवाया था?

गेटवे ऑफ इंडिया की स्थापना कब और किसने की?

आपको बताते चलें की गेटवे ऑफ इंडिया की नीव मुंबई के राज्यपाल ने 31 मार्च 1913 ईस्वी को रखा था । इस समय यहाँ के राज्यपाल जॉर्ज सिडेनहेम क्लार्क थे । यह भारत का प्रवेशद्वार है । 1914 ईस्वी में वास्तुकार जार्ज विटेट द्वारा इसके डिजाइन को स्वीकृत किया गया । गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण कार्य 1920 में शुरू हुआ था और 1924 ईस्वी में पूरा बनकर तैयार हुआ था । 04 दिसंबर 1924 ईस्वी को इसका उद्घाटन हुआ था । इसका निर्माण जॉर्ज और क्वीन मेरी द्वारा 1911 में करवाया गया था । Gateway of India ka nirman kab hua

गेटवे ऑफ इंडिया क्यों बनाया गया था?

इस स्मारक को दिसंबर महीने के  1911 ईस्वी में अपोलो वंडर बॉम्बई में ब्रिटिश सम्राट जॉर्ज पंचम और महारानी मैरी के प्रथम के आगमन के स्मृति में बनाया गया था । लेकिन यहाँ एक बात का ध्यान रखें की उस समय ये बन नहीं गया था बल्कि सम्राट को कॉर्डबोर्ड संरचना द्वारा प्रतीक रूप में बधाई दिया गया था! Gateway of India ka nirman kab hua

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गेटवे ऑफ इंडिया की स्थापना किस शैली में की गई थी?

16 वी शताब्दी में इसका निर्माण इंडो शारसैनिक शैली में किया गया था । इसमें कुछ गुजराती वास्तुकला के तत्वों को भी शमिल किया गया था ।

गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण कहाँ हुआ?

जैसा का हमने पहले है बता दिया है की इसका निर्माण बॉम्बई या मुंबई में हुआ था । यह भारत के मुंबई शहर के दक्षिण में समुद्र तट पर स्थित है । यह स्मारक मुंबई में होटल ताज के ठीक सामने स्थित है । यह बड़ा सा द्वार है जिसकी ऊंचाई 16 मीटर है । Gateway of India ka nirman kab hua

गेटवे ऑफ इंडिया के वास्तुकार कौन है?

यह इंडो सारसैनिक शैली में बना है जिसमें कुछ गुजराती तत्व भी शामिल है और इसके वास्तुकार जार्ज विटेट थे । और इसके निर्माता कंपनी गेमन इंडिया थी । इसका स्वामित्व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के पास है ।

गेटवे ऑफ इंडिया किस पत्थर से बना है?

26 मीटर ऊंचे इस स्मारक का निर्माण असिताश्म अर्थात बेसाल्ट नामक पत्थर से किया गया था । आपको बता दें की प्रायद्वीप कणोशम और असिताश्म पत्थरों से ढका हुआ है । Gateway of India ka nirman kab hua

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गेटवे ऑफ इंडिया के नजदीक घूमने की जगह

हाथीगुंफा, कॉलबा कारजवे मार्केट, बालकेश्वर मंदिर और नेहरू विज्ञान केंद्र है । यहाँ पर घूमने आप कभी भी आ सकते हैं लेकिन नवंबर से मार्च के महीने में ये स्थान ज्यादा आनंददायक है । इस समय मुंबई का वातावरण बहुत अच्छा होता है । यहाँ पर घूमने के लिए कोई टिकट नहीं लगता है । यह सुबह में सात बजे खुलता है । यह शाम को साढ़े पाँच बजे बंद हो जाता है । Gateway of India ka nirman kab hua

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि कुछ बातों ध्यान रखते हुए आप अपने जीवन में कैसे सफल हो सकते हैं। मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये।

अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे।  Gateway of India ka nirman kab hua

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