Sarvanam ki Paribhasha–क्या आप जानना चाहते हैं?
सर्वनाम की परिभाषा:– वे शब्द जो संज्ञा के स्थान पर अथवा उसके बदले में प्रयोग किए जाते हैं उसे सर्वनाम कहते हैं । आपको बता दें की सर्वनाम वाक्य की सुंदरता बढ़ाता है और उसके फॉर्मैट को सीस्टमेटिक करता है, नहीं तो वाक्य बड़ा अटपटा लगेगा । सर्वनाम को English में pronoun कहते हैं । Sarvanam ki Paribhasha
बिना सर्वनाम के वाक्य की रचना
राम अपने स्कूल रोज जाता है । राम रोज पढ़ाई करता है । राम की माता रोज सुबह राम को चाय देती है लेकिन राम है की चाय पिता नहीं । राम बिगड़ गया है क्योंकि राम को संगत अच्छी नहीं मिली है । Sarvanam ki Paribhasha
अब इस वाक्य में देखें हर वाक्य के बीच में या शूर में सिर्फ राम का ही नाम दिख रहा है अतः ये वाक्य सही भी नहीं है और इसका फोर्मेटिंग भी ठीक नहीं है ।
सर्वनाम वाले वाक्य की रचना
राम अपने स्कूल रोज जाता है । वह रोज पढ़ाई करता है । उसकी माता रोज सुबह उसे चाय देती है लेकिन वह चाय पिता नहीं । वह विगड़ गया है क्योंकि उसको संगत अच्छी नहीं मिली है ।
अब ये वाक्य देखिए । इस वाक्य की सुंदरता भी बढ़ी, इसका फॉर्मैट भी ठीक है और ये वाक्य अटपटा भी नहीं लग रहा है । जितने भी अंडरलाइन वाले शब्द हैं वे सर्वनाम हैं और इनका प्रयोग संज्ञा के स्थान पर हुआ है ।
सर्वनाम के उदाहरण:-मैं, वह ,तुम, हम, आप ,उसका,उसकी , किसकी आदि ।
सर्वनाम छः प्रकार का होता है-
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
पुरुषवाचक सर्वनाम:-
पुरुष के स्थान या जगह पर जिस शब्द का प्रयोग होता है उसको पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं । इसमें तीन शब्द मुख्य रूप से जुड़े होते हैं-एक वक्ता(बोलने वाला) दूसरा श्रोता(सुनने वाला) तीसरा अन्य व्यक्ति या पुरुष के लिए । इस आधार पर पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार का होता है- Sarvanam ki Paribhasha
प्रथम पुरुष(उत्तम पुरुष)-जब बोलने वाला जिन शब्दों का प्रयोग अपने लिए करता है अर्थात यह वक्ता होता है । ऊपर के चित्र में देखें ‘मैं’ वक्ता है, जो बोल रहा है-‘मैं’, ‘हम’
- मैं कह रहा हूँ की तुम ये पैसे उसको दे दो!
- हमारा घर संसार बहुत सुंदर है ।
- मैं प्रतिदिन पढ़ाई करता हूँ ।
मध्यम पुरुष:-जिन शब्दों का प्रयोग जिस व्यक्ति से बात की जा रही है, उसके लिए होता है, वही मध्यम पुरुष कहलता है ।यह सुनने वाला(श्रोता) होता है । प्रथम पुरुष और मध्यम पुरुष में सीधा वार्तालाप या शब्दों का संबंध होता है-‘तुम’ ‘तू’
- मैं कह रहा हूँ की तुम ये पैसे उसको दे दो!
- तुम्हारे पिता जी घर से आ रहे हैं ।
- तुम अब पढ़ाई करोगे ।
अन्यपुरुष:-यह उस व्यक्ति,जानवर,वस्तु या पशु-पक्षी के लिए किया जाता है जिसके विषय में बातें की जा रही हैं । जब प्रथम पुरुष मध्यम पुरुष से अन्य पुरुष के बारे में जो बातें करे वही अन्य पुरुष कहलता है-‘वह’ ‘उसको’ आदि । Sarvanam ki Paribhasha
जब दो लोग बैठे हों या खड़े हों जिसमें एक दूसरे से बोल किसी तीसरे के बारे में । इसमें बोलने वाला प्रथम पुरुष, सुनने वाला माध्यम पुरुष और जिसके बारे में बोला जाता है वो अन्यपुरुष कहलाता है । Sarvanam ki Paribhasha
निश्चयवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम किसी निश्चित वस्तु की ओर संकेत करता है अर्थात निकट या दूर की वस्तु की ओर संकेत करता है उसे ही निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं, जैसे-वह, यह, ये, वें । इससे संकेत का भाव दर्शाता है ।
- वह रेमेश की भैंस है ।
- यह तुम्हारी पुस्तक है ।
- ये राम के भाई हैं ।
- वे कहाँ रहते हैं?
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
वे सर्वनाम जिनसे किसी निश्चित वस्तु की ओर संकेत नहीं होता है अर्थात इस तरह के वाक्यों में संदेह या अनिश्चितता का भाव रहता है । घटना तो हुई है लेकिन निश्चित नहीं है- जैसे-कुछ, कोई
- दही में कुछ पड़ा है ।
- दरवाजे पर कोई है ।
- कमरे में कोई बैठा है ।
- चाय में कुछ चीनी कम है ।
- कोई जा रहा है ।
संबंधवाचक सर्वनाम
ये सर्वनाम जोड़ने का काम करता है । वे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम के लिए प्रयोग किए जाते हैं और जोड़ने का काम करते हैं, जैसे-जो, जिसका,जोकि, जिन्होंने, जिनका । इसका प्रथम अक्षर ‘ज’ से शुरू होता है । Sarvanam ki Paribhasha
- जैसी करनी वैसी भरनी ।
- वो पहले पाएगा जो पहले आएगा ।
- जो सोवेगा वो खोएगा।
- जिसकी लाठी उसकी भैंस ।
- जैसा कर्म वैसा फल ।
वे सर्वनाम जिनका प्रयोग हमेशा प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है । इनको प्रश्नवाचक सर्वनाम कहा जाता है, जैसे-क्या,कैसे, कहाँ, कब, किसका, किसको, किसे आदि । Sarvanam ki Paribhasha
निजवाचक सर्वनाम
जिन सर्वनाम से प्रथम पुरुष, मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष में निजत्व अर्थात आप, अपने का बोध होता है उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं-जैसे- आप,खुद अपने, स्वयं & अपने आप आदि ।
- वह अपना काम खुद करती है ।
- वे अपनी गाड़ी से जाएंगे ।
- मैं स्वयं चला जाऊंगा ।
- तुम खुद सोच लेते हो ।
सर्वनाम | पहचान |
---|---|
पुरुषवाचक सर्वनाम | मैं, हम,तू ,तुम, वह,वे |
निश्चयवाचक सर्वनाम | यह, वह, उसे |
अनिश्चयवाचक सर्वनाम | कोई, कुछ |
संबंधवाचक सर्वनाम | जो, जिसका, जिसे |
प्रश्नवाचक सर्वनाम | कौन, क्या, कब |
निजवाचक सर्वनाम | खुद, अपने आप, स्वयं |
प्रश्न:-‘तुम स्कूल कब जाओगी, ये कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-प्रश्नवाचक सर्वनाम ।
प्रश्न:-‘मैं खुद ही चला जाता हूँ’ कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-निजवाचक सर्वनाम ।
प्रश्न:-‘मैंने कहा की तुम उससे बात नहीं करो’ इसमें ‘उससे’ कौन सा पुरुष है?
उत्तर:-अन्य पुरुष है ।
प्रश्न:-‘उत्तम’ पुरुष किसे कहते हैं?
उत्तर:-जो बोलता है अर्थात वक्ता को उत्तम पुरुष कहते हैं ।
प्रश्न:-‘दाल में कुछ पड़ा है’ ये कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-अनिश्चयवाचक सर्वनाम ।
प्रश्न:-‘यह तुम्हारी पुस्तक है’ यह कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-निश्चयवाचक या संकेतवाचक सर्वनाम ।
प्रश्न:-‘कुछ’ कौनसा सर्वनाम है?
उत्तर:-अनिश्चयवाचक सर्वनाम है ।
प्रश्न:-सर्वनाम कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:- सर्वनाम 6 प्रकार के होते हैं ।
प्रश्न:-‘वह’ कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-निश्चयवाचक सर्वनाम है ।
प्रश्न:-‘वह बहुत अच्छा लड़का है’ वाक्य में कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-निश्चयवाचक सर्वनाम है
प्रश्न:-‘आप अपना काम कर लेते हैं’ वाक्य में कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-निजवाचक सर्वनाम
प्रश्न:-‘जो’ ‘जिसका’ कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-संबंधवाचक सर्वनाम है ।
प्रश्न:-पुरुषवाचक सर्वनाम कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:-पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं-उत्तम पुरुष, मध्यम पुरुष और अन्य पुरुष ।
प्रश्न:-‘अर्जुन अपने आप घर चला गया’ वाक्य में कौन सा सर्वनाम है?
उत्तर:-निजवाचक सर्वनाम ।
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- Sarvanam ki Paribhasha
Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि सर्वनाम की परिभाषा क्या है, सर्वनाम किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार का होता है? मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये। Sarvanam ki Paribhasha
अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Sarvanam ki Paribhasha
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