NABARD ki sthapna kab hui, NABARD ki sthapna किस समिति के आधार पर की गई

NABARD ki sthapna: साथियों क्या आप लोग इन प्रश्नों का उत्तर खोज रहे हैं- नाबार्ड की स्थापना कब और किसने की? नाबार्ड के संस्थापक कौन थे? नाबार्ड के प्रथम अध्यक्ष कौन थे? वर्तमान में नाबार्ड के अध्यक्ष कौन है? नाबार्ड के प्रमुख कौन है? भारत में नाबार्ड का उद्देश्य क्या है और नाबार्ड का पूरा नाम क्या है? तो अब आपकी तलाश पूरी हुई क्योंकि हम इन सभी प्रश्नों का उत्तर आपको इस लेख में देने वाले हैं । आप इस लेख को ध्यान से पूरा पढ़ें ।

नाबार्ड की स्थापना कब और किसने की-NABARD ki sthapna

NABARD ki sthapna: राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की स्थापना 12 जुलाई 1982 ईस्वी को हुई थी । इसकी स्थापना शिवराम समिति की सिफारिशों के आधार पर एक 1981 के संसद के अधिनियम द्वारा की गई थी ।

nabard ki sthapna

NABARD Full form in Hindi

NABARD ki sthapna:नाबार्ड का पूरा नाम-National Bank for Agricultural and Rural Development है । इसको हिन्दी में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक कहते हैं ।

नाबार्ड क्या है?

NABARD एक बैंक है । यह किसानों को खेती करने और लघु उद्योगों को पूरी तरह से विकसित करने हेतु लोंन देने के लिए इसकी स्थापना की गई थी। अतः यह कृषि को बढ़ावा देने और लघु उद्योगों को विकसित करने में लोन प्रदान करता है ।

नाबार्ड के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?

NABARD ki sthapna:नाबार्ड के प्रथम अध्यक्ष रंजना कुमार थीं । इनको प्रथम महिला अध्यक्ष होने का भी गौरव प्राप्त हुआ । इनका जन्म 10 दिसंबर 1945 में हुआ था और जन्म स्थान इनका आंध्र प्रदेश में था ।

वर्तमान में नाबार्ड के अध्यक्ष कौन है?

वर्तमान में नाबार्ड के अध्यक्ष डॉक्टर जी आर चिंतला को बनाया गया है जो 27 मई 2020 से इस पर हैं ।

नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों की संख्या

पूरे प्रदेश भर में नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय 28 है और इसके 6 क्षेत्रीय कार्यालय है ।

नाबार्ड का मुख्यालय कहाँ स्थित है?

नाबार्ड का प्रमुख कार्यालय मुंबई में है । यह अन्य प्रदेश भर में जुड़े कार्यालयों का कंट्रोल करता है ।

नाबार्ड के उद्देश्य क्या है?

NABARD ki sthapna:आपको बताते चलें की देश के प्रमुख ग्रामीण क्षेत्रों में नाबार्ड किसानों को लोन व्यवस्था करता है । कृषि कार्यों में विकास करने और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु लोन देने का काम नाबार्ड ही करता है ।

NABARD ki sthapna:जब बैंक बड़े स्तर से विकसित नहीं होते थे तो किसनों को साहूकारों के यहाँ से लोन उच्च व्याजदर पर लोन देते थे लेकिन जबसे नाबार्ड की स्थापना हुई तो उसके बाद से किसानों को लोन लेना बहुत आसान हो गया। इसके अलावा इसके क्षेत्रीय कार्यालय किसनों के विकास हेतु कुछ प्रशिक्षण भी देते रहते हैं ।

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प्रश्न:-NABARD ki sthapna कब हुई थी?

उत्तर:- राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की स्थापना 12 जुलाई 1982 ईस्वी को हुई थी ।

प्रश्न:- NABARD ki sthapna किस समिति के सिफारिश पर हुई थी?

उत्तर:-नाबार्ड की स्थापना शिवराम समिति की सिफारिशों के आधार पर एक 1981 के संसद के अधिनियम द्वारा की गई थी

प्रश्न:-नाबार्ड का मुख्यालय कहाँ है?

उत्तर:-नाबार्ड का प्रमुख कार्यालय मुंबई में है ।

प्रश्न:- नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों की संख्या कितनी है?

उत्तर:-28 है ।

प्रश्न:-नाबार्ड के प्रमुख कार्य?

उत्तर:-नाबार्ड का प्रमुख कार्य किसानों को लोन देना है कृषि और लघु उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु ।

NABARD ki sthapna : आज आपने क्या जाना? आज हम इस लेख में बताने का प्रयास किया है की NABARD ki sthapna & NABARD ki sthapna kab hui? ।

Important Gyan: शायद आप लोगों को अपने उपर्युक्त प्रश्नों के उत्तर मिल गया होगा लेकिन अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। NABARD ki sthapna

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