Aram shah in Hindi कुतुबुद्दीन ऐबक का उत्तराधिकारी लाहौर के जनता ने किया चुनाव

Aram shah in Hindi कुतुबुद्दीन ऐबक का उत्तराधिकारी लाहौर के जनता ने किया चुनाव

नमस्कार साथियों!

Important Gyan के इस सीरीज में आप सभी का स्वागत है । आज हम दिल्ली सल्तनत के एक शासक आरामशाह के बारे में जिक्र करेंगे जो आप लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा ।

इसके पहले लेख में हमने कुतुबउद्दीन एबक और इलतूतमिश के बारे में विस्तार से बातें की है जिसको आप लोग जरूर पढ़ें । ये सभी रोचक जानकारियाँ आप लोगों को बहुत काम देगा ।

एक नव विकसित और तरुण दिल्ली सल्तनत को एबक जैसा योग्य और अनुभव शासक तो मिला लेकिन समय कम होने के कारण वह दिल्ली सल्तनत को बहुत कम समय दे पाया और इस दुनियाँ से कूच कर गया । Aram shah in Hindi

अभी चतुर्दिक समस्याएं बिखरी पड़ी थी और विरोधी सत्ता तुर्क सल्तनत को स्वीकार करने के पक्ष में नहीं थी । इसी बीच सल्तनत को एक बहुत ही कायर और अयोग्य शासक मिला जिससे समस्याएं और बढ़ने लगी लेकिन चलाक और जागरूक दिल्ली की तुर्क जनता जल्द ही अपने लिए इलतूतमिश जैसा शासक खोज ही लिया । Aram shah in Hindi

आरामशाह शासक बना

कुतुबुददीन एबक की मृत्यु के पश्चात लाहौर के तुर्क सरदारों ने मिलकर आरामशाह को लाहौर का सुल्तान घोषित कर दिया । यह एबक का पुत्र था या नहीं इस बात को लेकर इतिहासकारों में बहुत ज्यादा खींचातानी है । Aram shah in Hindi

आरामशाह को लेकर विद्वानों में मतभेद

जुबानी और अब्दुल्लाह बससाफ़ का स्पष्ट कहना है एबक का कोई पुत्र नहीं था।  दूसरी तरफ मिनहाज ने उसकी केवल तीन पुत्रियों का ही उल्लेख किया है । अबुल फजल का मानना है की यह एबक का भाई था। Aram shah in Hindi

आरामशाह को लेकर दिल्ली के नागरिकों में असन्तुष्ट

लेकिन दिल्ली के नागरिक इस बात से राजी नहीं थे और वे पूरी तरह से असन्तुष्ट की भावना व्यक्त किए ।

इसका प्रमुख कारण था आरामशाह की पूर्ण अयोग्यता । चूंकि दिल्ली सल्तनत को इस समय एक योग्य और वीर सुल्तान की जरूरत थी लेकिन इस विकट परिस्थित में मिला भी तो एकदम अयोग्य शासक ।

जब लाहौर के तुर्क सरदारों ने इसको शासक बनाया तो आरामशाह ने ‘मुजफ्फर सुल्तान महमूद शाह’ की उपाधि ग्रहण किया और अपने नाम की मुद्राएं जारी करने लगा ।

जैसे की मिनहाज-उददिन-सिराज ने अपने तर्क को मजबूत करते हुए लिखा है की लाहौर के अमीरों ने राज्य में शांति, प्रेम और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ही आरामशाह को गद्दी दिया था ।

दिल्ली की जनता ने इलतूतमिश को सुल्तान बनने के लिए आमंत्रित किया

अब चूंकि आरामशाह को गद्दी मिल गई थी लेकिन दिल्ली की जनता इस शासक को पसंद नहीं करती थी अतः दिल्ली का एक सिपहसालार अमीर अली इस्माइल ने दिल्ली के तुर्की सरदारों से जनमत इकट्ठा किया और इलतूतमिश को दिल्ली की राजसत्ता संभालने के लिए मांत्रित किया।

इलतूतमिश और आरामशाह में मुठभेड़

इलतूतमिश के लिए यह एक बहुत ही सुनहरा मौका था वह बदायूं से दिल्ली के लिए प्रस्थान किया इधर आरामशाह भी दिल्ली से बाहर इलतूतमिश से भीड़ गया । यह एक झड़प मात्र थी लेकिन इस मुठभेड़ में आरामशाह हार  गया और कैद कर लिया गया ।

इलतूतमिश को दिल्ली के अमीरों ने विशाल स्वागत किया और इलतूतमिश शासक बना ।

इस प्रकार देखें तो आरामशाह मात्र आठ माह ही शासक रहा । और दिल्ली सल्तनत से एक अयोग्य शासक चला गया।

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FAQs Aram shah in Hindi

प्रश्न:- कुतुबुद्दीन ऐबक का उत्तराधिकारी कौन था?

उत्तर:- कुतुबुद्दीन का उत्तराधिकारी आरामशाह बना ।  

प्रश्न:- आरामशाह को शासक कौन बनाया?

उत्तर:- आरामशाह को लाहौर की जनता ने शासन दिया था ।

प्रश्न:- आरामशाह को एबक का भाई कौन इतिहासकार मानते हैं?

उत्तर:- आरामशाह को एबक का भाई अबुल फजल मानते हैं ।

प्रश्न:- आरामशाह को एबक का पुत्र मानने से कौन इनकार करता है?

उत्तर:- आरामशाह को एबक का पुत्र मानने से जुबानी और अब्दुल्लाह बससाफ़

प्रश्न:- आरामशाह ने कितने दिन शासन किया था?

उत्तर:- आरामशाह मात्र आठ माह ही शासन किया था ।

प्रश्न:- आरामशाह का कौन विरोधी था?

उत्तर:-आरामशाह का विरोध दिल्ली के तुर्क अमीर और जनता करती थी ।

प्रश्न:- आरामशाह के बाद दिल्ली का शासक कौन बना?

उत्तर:-आरामशाह के बाद दिल्ली का शासक इलतूतमिश बना ।

प्रश्न:- आरामशाह से पहले दिल्ली का शासक कौन था?

उत्तर:- आरामशाह से पहले दिल्ली का शासक कुतुबउद्दीन एबक था ।

प्रश्न:- आरामशाह दिल्ली का शासक कब बना था?

उत्तर:- आरामशाह दिल्ली का शासक 1210 ईस्वी में बना था ।

प्रश्न:- आरामशाह का कार्यकाल क्या था?

उत्तर:- आरामशाह का कार्यकाल 1210 से 1211 ईस्वी था ।

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि आरामशाह कौन था और कब सुल्तान बना और इसका कार्यकाल क्या था। Aram shah in Hindi

मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये।अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ कर क्षमा कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Aram shah in Hindi

आप लोगों को और अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए, अगर आप लोगों को लगता है की हमें और क्या पढ़ना चाहिए तो आप www.importantgyan.com के वेबसाईट पर नियमित विज़िट करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं । Aram shah in Hindi

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