Samveda(Samaveda) in Hindi जानिए विस्तार से Sam Veda के बारे में

Samveda(Samaveda) in Hindi-जानिए विस्तार से सामवेद के बारे में-Sam Veda

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नमस्कार साथियों!

Important Gyan के इस सीरीज में आप सभी का स्वागत है । आज के लेख का हमारा विषय है-सामवेद के बारे में । आज हम जानेंगे की सामवेद के रचनाकार कौन थे और इसका उपवेद क्या है ? इसके कितने भाग,पाठ हैं? इसका ब्राह्मण ग्रंथ क्या है और उपनिषद कौनसा है?

इसके पहले के लेख में हमने आप सैन्धव कालीन सभ्यता और ऋग्वेद के बारे में विस्तार से समझाया है आप उसको जरूर पढ़ें इसका लिंक हमने नीचे दे दिया है ।आप इसका नियमित अभ्यास करें । ये आने वाले सभी परीक्षाओ में बहुत उपयोगी और ज्ञानवर्धक है ।  Samveda(Samaveda) in Hindi

आप इससे भी अपना ज्ञानवर्धन करें

सामवेद का अर्थ क्या है?

साम का शाब्दिक अर्थ ‘गान’ या ‘संगीत’ होता है ।

सामवेद के रचनाकार कौन थे या सामवेद को किसने लिखा?

सामवेद के पहले रचनाकार ‘वेदव्यास’ के शिष्य ‘जैमिनी’ थे । लेकिन इस ग्रंथ को सुकर्मा की दें माना जाता है। 

वेदों में मैं सामवेद हूँ,किसने कहा था?

वेदों में मैं सामवेद हूँ यह श्री कृष्ण ने कहा था । 

वृक्षों में मैं पीपल हूँ किसने कहा था?

वृक्षों में मैं पीपल(अदवरथ) हूँ यह श्री कृष्ण ने कहा था ।

उदगाता किसे कहा जाता था?

यज्ञ के अवसर पर जो इन मंत्रों का गान करते थे उसको ‘उदगाता’ कहा जाता था ।

सामवेद में कितने मंत्र हैं?

सामवेद में कुल 1810 मंत्र हैं जिसमें से 261 दोहराए गए हैं । 75 मूल मंत्र हैं बाकी ऋग्वेद से लिए गये हैं । Samveda(Samaveda) in Hindi

सामवेद के कितने भाग हैं?

सामवेद के दो भाग हैं-

  • पूर्वारचिक 
  • उत्तरारचिक 

सामवेद के कितने पाठ हैं?

सामवेद के तीन पाठ हैं

  • कौथुम संहिता
  • राणायनी संहिता
  • जैमिनी संहिता

सामवेद के कितने ब्राह्मण ग्रंथ हैं?

सामवेद के चार ब्राह्मण ग्रंथ हैं । 

  • पंचवीश ब्राह्मण-तांडए ब्राह्मण 
  • षडविश ब्राह्मण-26 अध्याय होने के कारण ही इसको षडविश ब्राह्मण कहा जाता है । 
  • जैमिनी ब्राह्मण-तलवकार ब्राह्मण(ऋषि)
  • छान्दोग्य ब्राह्मण

आपके जानकारी के लिए बता दें की पंचवीश ब्राह्मण ग्रंथ को ताण्डय ब्राह्मण कहा जाता है । इसको ताण्डय नामक ऋषि ने लिखा था । सबसे प्राचीन ब्रह्मण ग्रंथ है ।

व्रात्यस्त्रोंम(Vratyastrom) नामक यज्ञ का उल्लेख कहाँ हुआ है?

व्रात्यसत्रोंम नामक यज्ञ का उल्लेख पंचविश नामक ब्राह्मण ग्रंथ में मिलता है। जब अनार्यों को वैदिक संस्कृति में दीक्षित करके उनकी शुद्धि की जाती थी तो इसी यज्ञ को सम्पन्न करके किया जाता था।  इस लिए इसको शुद्धि यज्ञ भी कहा जाता है ।

जन्म और विवाह का सुंदर मंत्र कहाँ मिलता है?

जन्म और विवाह का सुंदर मंत्र छन्दोग्य ब्राह्मण में मिलता है । 

सामवेद के उपनिषद कितने हैं?

सामवेद के दो उपनिषद हैं-

  1. छान्दोग्य उपनिषद
  2. केन उपनिषद

सामवेद का सर्वाधिक प्राचीन ब्राह्मण कौनसा है?

सामवेद का सर्वाधिक प्राचीन ब्राह्मण ग्रंथ पंचवीश ब्राह्मण ग्रंथ है । पंचवीश को तांडय ब्राह्मण भी कहा जाता है। इसको तांडय नामक ऋषि ने लिखा था। 

सामवेद के किस ब्राह्मण ग्रंथ में जन्म और विवाह के सुंदर मंत्र मिलते हैं?

सामवेद के छान्दोग्य ब्राह्मण में जन्म और विवाह के सुंदर मंत्र मिलते हैं । 

सामवेद के किस उपनिषद में सबकुछ ब्रह्म है‘(सर्व खलविद ब्रह्म) मिलता है?

सामवेद के छान्दोग्य उपनिषद में सर्व खलविद ब्रह्म अर्थात सब कुछ ब्रह्म है’ ऐसा उल्लेख मिलता है। इसी में कृष्ण को घोर अंगिरस का शिष्य कहा गया है । Samveda(Samaveda) in Hindi

Samveda(Samaveda) in Hindi

Important Gyan के इस सीरीज में मैं आप लोगों को ये बताने का प्रयास किया कि सामवेद का अर्थ क्या है,इसके कितने पाठ,भाग  है । मित्रों मुझे अपनी लेखनी को यहीं पर समाप्त करने का इजाजत दीजिये।

अगर कहीं कोई त्रुटि रह गयी हो तो मानवीय भूल समझ  क्षमा  कर दीजियेगा और कोई सुझाव हो तो  जरूर दें हम अपने लेख में उचित स्थान देंगे और कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। Samveda(Samaveda) in Hindi

आप लोगों को और अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए, अगर आप लोगों को लगता है की हमें और क्या पढ़ना चाहिए तो आप www.importantgyan.com के वेबसाईट पर नियमित विज़िट करके अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं । हमारे कुछ मीनू आप लोगों का राह देखते रहते हैं जैसे-Motivation, Health, sarkari Yojna आदि ।

आप इनका लाभ जरूर उठायें । आपका दिन शुभ हो!Samveda(Samaveda) in Hindi-Sam Veda-Sam Veda-Sam Veda-Sam Veda-Sam Veda-Sam Veda

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